कोलकाता : पश्चिम बंगाल राज्य विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है। विधानसभा में विधायकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने हाजिरी की परंपरा शुरू की है। इसके लिए रजिस्टर में विधायकों को हस्ताक्षर करना पड़ता है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर नियम लागू किया गया है, लेकिन इस पर भी कोलकाता के मेयर और ममता कैबिनेट में दिग्गज मुस्लिम मंत्री फिरहाद हकीम ने सरेआम नाराजगी जताई है।
उन्होंने कहा है कि हमलोग बच्चे नहीं है जो यह सब करना पड़ रहा है। उन्होंने पास में खड़े दूसरे मंत्रियों से कहा कि मैं हस्ताक्षर तो कर दिया लेकिन मैं इससे बिल्कुल सहमत नहीं हूं।
सूत्रों ने बताया है कि उनका यह बयान सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस को नागवार गुजारा है।
शुक्रवार को विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेव चटर्जी के दफ्तर में मंत्रियों की उपस्थिति के लिए रजिस्टर रखा गया था। इसमें प्रवेश और निकासी दोनों का समय डालकर हस्ताक्षर करने का नियम तृणमूल कांग्रेस ने अपने विधायकों और मंत्रियों के लिए लगाया है। लेकिन अब हकीम के इस रुख से पार्टी क्या कदम उठाती है, यह देखने वाली बात होगी। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा