भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बलिदानियों की बात जब कभी होगी, सबसे कम उम्र में बलिदान देकर इतिहास में अमर खुदीराम बोस की चर्चा के बिना अधूरी होगी।
03 दिसंबर 1889 को पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर जिले में पैदा हुए खुदीराम बोस को सबसे पहले महज 15 साल की उम्र में गिरफ्तार किया गया। आगे चलकर उन्हें मुजफ्फरपुर षड्यंत्र मामले में एक ब्रिटिश न्यायाधीश मजिस्ट्रेट डगलस किंग्सफोर्ड की गाड़ी पर बम फेंक कर हत्या के प्रयास में गिरफ्तार किया गया और 11 अगस्त 1908 को उन्हें फांसी दी गई।
खुदीराम बोस ने हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूम लिया। खुदीराम बोस को जिस समय फांसी दी गई उस समय उनकी उम्र थी- 18 साल 8 माह 11 दिन और 10 घंटे। इसी वजह से खुदीराम बोस को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का सबसे कम उम्र का अमर बलिदानी माना जाता है।