कोलकाता : नेपाल में मौसम खराब है। लगातार हो रही बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण पश्चिम बंगाल के कम से कम 68 पर्यटक वहां के विभिन्न हिस्सों में फँस गए हैं। राज्य के हैम रेडियो ऑपरेटर्स ने इनकी पहचान की है। इनमें से अधिकतर पर्यटक मुक्तिनाथ मंदिर जा रहे थे। भारी बारिश के बीच बाढ़ और भूस्खलन की आपदा ने उनका रास्ता रोक दिया है।
नेपाल में फँसी कालना निवासी मौसमी भट्टाचार्य ने कहा- “हम चार अक्टूबर को मुक्तिनाथ में थे। अचानक मौसम खराब हुआ। हम मस्टैंग जिले के जोमसोम को पार कर चुके थे। अचानक बारिश का सामना करना पड़ा। मार्फा, लेटे, दाना और रूपसे फॉल्स में भारी भूस्खलन हुआ है। सड़कें अवरुद्ध हो गईं। वहां बंगाल के कई तीर्थयात्री फँसे हुए हैं। बहुत से लोगों के मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गए हैं। ”
मौसमी भट्टाचार्य का संदेश पश्चिम बंगाल रेडियो क्लब तक पहुंचा है। हैम के संस्थापक अंबरीश नाग बिस्वास ने कहा- “हमने महसूस किया कि हमें तुरंत बचाव अभियान शुरू करने की जरूरत थी। नेपाल में हमारे हैम रेडियो सहयोगी राहत के साथ मौके पर पहुंचे। कोलकाता में एक अन्य टीम ने नेपाल वाणिज्य दूतावास के कार्यालय से संपर्क किया।”
उन्होंने कहा सड़कें क्षतिग्रस्त होने के कारण बचाव दल को कई जगहों पर रुकना पड़ा। नेपाल पर्यटन बोर्ड के सीईओ धनंजय रेग्मी ने कहा है- “मुक्तिनाथ जाने वाले कई पर्यटक फंसे हुए हैं। हमने तुरंत बचाव दल और जरूरत पड़ने पर हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की। जोखिम को कम करने के लिए हमने उन्हें भूस्खलन रुकने तक वहीं रहने के लिए कहा है।”
हैम रेडियो के स्वयंसेवकों ने फँसे हुए पर्यटकों के लिए राशन पहुंचाना शुरू कर दिया है। गड़िया निवासी अनंत दास ने कहा है-“कोलकाता के कई तीर्थयात्री अभी भी वहां फँसे हुए हैं। उनमें से कुछ के पास पैसे भी नहीं हैं।” रेग्मी ने कहा कि नेपाल सरकार ने ऐसे लोगों की मदद करने का फैसला किया है। कोलकाता में नेपाल के महावाणिज्य दूत ईशोर राज पौडेल ने कहा- “मौसम में सुधार हुआ है। हम प्रत्येक पर्यटक की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित कर रहे हैं।”