कोलकाता : बैंक फ्रॉड मामले में कोलकाता पुलिस की एंटी बैंक फ्रॉड शाखा की टीम ने दिल्ली कैंटोनमेंट से बैंक के ही एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान अरुण प्रताप (31) के रूप में हुई है। वह मूल रूप से उत्तरप्रदेश के अम्बेडकरनगर का रहने वाला है और एसबीआई के कार्ड डिपार्टमेंट का कर्मचारी है और दिल्ली में किराये के मकान में रहता है। जॉइंट कमिश्नर (क्राइम) मुरलीधर शर्मा ने बताया, 18 मार्च को शेक्सपियर सरणी थाने में 45 लाख की बैंक धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई गयी थी। शिकायत मिलने के बाद एंटी बैंक फ्रॉड की टीम मामले की जांच में जुट गयी। शर्मा ने बताया, जांच में पता चला अरुण ने अपने ही एक सहकर्मी के आईडी का इस्तेमाल कर एसबीआई के दिल्ली ब्रांच से पीड़ित ग्राहक की सारी जानकारी हासिल कर ली थी। इसके बाद उस ग्राहक के नाम पर फ़र्ज़ी पैन कार्ड बनाकर एसबीआई जीवनदीप ब्रांच में जमा कर ग्राहक के अकाउंट के साथ दिए गए मोबाइल नंबर को बदलवा दिया ताकि असली ग्राहक को अकाउंट से सम्बंधित कोई जानकारी नहीं मिले। इसके बाद उसने शिकायतकर्ता के फिक्स्ड डिपाजिट के एवज में 45 लाख का बैंक ओवरड्राफ्ट ले लिया था। इस रुपये से आरोपियों ने कोलकाता के विभिन्न गहनों की दुकानों से गहनों की खरीददारी की थी। इस मामले में अरुण के सहयोगी प्रवीण मित्तल को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। उसकी निशानदेही पर ही अरुण को पकड़ा गया। अरुण को कोर्ट में पेश किया गया जहाँ से उसे 5 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।