कोलकाता : पश्चिम बंगाल के हिंसाग्रस्त संदेशखाली क्षेत्र में सरकारी शिविरों में 1250 से अधिक शिकायतें मिली हैं। इनमें से केवल 400 भूमि विवाद से संबंधित है। यहां प्रशासन स्थानीय लोगों की शिकायतों को दूर करने के लिए एक जनसंपर्क कार्यक्रम चला रहा है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेताओं पर भूमि अतिक्रमण और यौन दुर्व्यवहार के आरोपों के कारण हुए हिंसक विरोध-प्रदर्शन का केंद्र रहे संदेशखाली के ब्लॉक-2 में सबसे अधिक करीब एक हजार शिकायतें प्राप्त हुई हैं।
बशीरहाट उप-संभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 18 फरवरी से सरकारी सहायता शिविरों का संचालन शुरू हुआ, जिसके बाद से संदेशखाली और आसपास के क्षेत्रों से अब तक 1,250 से अधिक शिकायतें मिली हैं, जिनमें से अधिकांश संदेशखाली ब्लॉक-2 से आई हैं। संदेशखाली ब्लॉक-2 के बीडीओ अरुण कुमार सामंत के अनुसार, उनके कार्यालय को ग्रामीणों की एक हजार से अधिक शिकायतें मिली हैं। सामंत ने कहा कि कुल शिकायतों में से, लगभग 400 भूमि मामलों से संबंधित हैं, जिनमें अनधिकृत कब्जे और भूमि स्वामित्व में परिवर्तन जैसे विभिन्न मुद्दे शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, हमें राज्य की कल्याणकारी योजनाओं तक पहुंचने में कठिनाइयों को उजागर करने वाले आवेदन भी प्राप्त हुए हैं। इस बीच, संदेशखाली ब्लॉक-1 के अधिकारियों ने 250 शिकायतें दर्ज की हैं, जिनमें से 14 भूमि विवादों से संबंधित हैं।
संदेशखाली (ब्लॉक-1) के बीडीओ सायंतन सेन ने कहा कि अब तक, हमें स्थानीय लोगों से उनकी शिकायतों के बारे में 250 आवेदन प्राप्त हुए हैं।