कोलकाता : पश्चिम बंगाल भाजपा ने आगामी 12 अप्रैल को कोलकाता में हनुमान जयंती के अवसर पर रैली आयोजित करने के लिए अनुमति मांगते हुए मंगलवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय के एकल पीठ का दरवाजा खटखटाया।
भाजपा की ओर से न्यायमूर्ति तीर्थंकर घोष की अदालत में दायर याचिका में कहा गया है कि रैली के आयोजन के लिए कुछ समय पूर्व कोलकाता पुलिस से अनुमति मांगी गई थी, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला है।
भाजपा के प्रस्ताव के अनुसार यह रैली 12 अप्रैल को दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक मध्य कोलकाता के रेड रोड पर आयोजित की जानी है। अदालत ने याचिका को स्वीकार कर लिया है और इस पर बुधवार को सुनवाई होने की संभावना है।
गौरतलब है कि हाल ही में राम नवमी (छह अप्रैल) के अवसर पर भी कुछ आयोजकों को जुलूस निकालने के लिए कलकत्ता उच्च न्यायालय की शरण लेनी पड़ी थी। अदालत की अनुमति के बाद कोलकाता से सटे हावड़ा जिले में दो राम नवमी जुलूस संपन्न हुए थे।
भाजपा प्रदेश इकाई का आरोप है कि जब भी किसी हिंदू धार्मिक त्योहार या विपक्षी दलों के सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है, तो पुलिस अनुमति देने में टालमटोल करती है या फिर पूरी तरह से चुप्पी साध लेती है।
भाजपा के एक राज्य समिति सदस्य ने कहा कि चाहे हिंदू धार्मिक त्योहार से संबंधित कोई कार्यक्रम हो या विपक्षी दलों का कोई सार्वजनिक आयोजन, हर बार पुलिस द्वारा अनुमति न देने पर हमें हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ता है।
राम नवमी के अवसर पर छह अप्रैल को राज्य के कई इलाकों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। हालांकि, भाजपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष तथा विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने इन सुरक्षा तैयारियों का उपहास उड़ाते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा था।
दोनों नेताओं ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह केवल हिंदू धार्मिक आयोजनों के समय ही अनावश्यक डर का माहौल बनाती है और अतिरिक्त सुरक्षा बंदोबस्त के साथ-साथ कड़े प्रतिबंध लगाती है।