कोलकाता : पश्चिम बंगाल उपचुनाव में कांग्रेस की स्थिति और भी बुरी रही है। 4 सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों को नोटा से भी कम वोट मिले हैं। इसे लेकर प्रदेश नेतृत्व चिंतित है। मंगलवार को गोसाबा, शांतिपुर, खड़दह और दिनहाटा विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस को एकतरफा शानदार जीत मिली। दूसरी ओर माकपा, कांग्रेस और भाजपा उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है। केवल शांतिपुर में भाजपा उम्मीदवार की जमानत बची है। कांग्रेस ने केवल शांतिपुर से अपना उम्मीदवार उतारा था।
मतगणना के आंकड़ों पर नजर डालें तो शांतिपुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के उम्मीदवार राजू पाल को मात्र 2 हजार 836 वोट मिले हैं। यह कुल मतदान का केवल 1.4 फ़ीसदी है। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर शाम 6:31 बजे तक अपडेट जानकारी के मुताबिक कांग्रेस उम्मीदवारों को समग्र तौर पर केवल 0.37 फ़ीसदी वोट मिले हैं, जबकि नोटा के खाते में 1.07 फ़ीसदी वोट पड़े हैं।
उपचुनाव में कांग्रेस की बुरी गति होने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि शांतिपुर में सबसे बुरी स्थिति है। क्योंकि वहां सांगठनिक तौर पर कांग्रेस कमजोर है। बाकी क्षेत्रों में भी हमारी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। इसके कारणों को जानने की कोशिश की जाएगी।