कोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार ने बुधवार को इस शैक्षणिक वर्ष से सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त उच्च शिक्षण संस्थानों में स्नातक स्तर पर चार वर्षीय ऑनर्स पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।
उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से जारी की गई जानकारी में बताया गया है कि हितधारकों के साथ बातचीत और राज्य द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ पैनल की सिफारिश के आधार पर निर्णय लिया गया है। विशेषज्ञ समिति ने 2023-24 शैक्षणिक वर्ष से चार वर्षीय यूजी पाठ्यक्रम शुरू करने का सुझाव दिया था। बयान में कहा गया है कि चार वर्षीय यूजी स्तर का कार्यक्रम सभी सरकारी/ सरकारी सहायता प्राप्त/ सरकार द्वारा प्रायोजित उच्च शिक्षा संस्थानों में शुरू किया जाएगा।
बयान में कहा गया है, “यूजीसी राष्ट्रीय पाठ्यक्रम और यूजी स्तर के कार्यक्रमों के लिए क्रेडिट ढांचे के अनुसार डिग्री प्रदान की जाएगी।” यह मौजूदा तीन वर्षीय पाठ्यक्रम के स्थान पर होगा। चार साल के यूजी कोर्स की शुरुआत से पहले की स्थिति पर बयान में कहा गया है, “विभिन्न राज्य सरकार/ राज्य सहायता प्राप्त/ प्रायोजित उच्च शिक्षा संस्थानों में चार साल के यूजी स्तर के कार्यक्रम को शुरू करने का मामला कुछ समय से राज्य सरकार के विचाराधीन था। राज्य सरकार ने मामले की जांच करने और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या और क्रेडिट फ्रेमवर्क (एनसीसीएफ) के कार्यान्वयन के संबंध में एक सिफारिश प्रस्तुत करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन इसी साल 31 जनवरी को किया था।
विशेषज्ञ समिति ने राज्य के सभी सरकारी/ सहायता प्राप्त/ प्रायोजित उच्च शिक्षण संस्थानों में शैक्षणिक वर्ष 2023-2024 से चार साल के यूजी पाठ्यक्रमों के लिए एनसीसीएफ के कार्यान्वयन की सिफारिश की है।
राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने पिछले सप्ताह संवाददाताओं से कहा था कि वह जल्द ही इस मुद्दे पर विस्तृत बातचीत करने के लिए मुख्यमंत्री से मिलेंगे।
उल्लेखनीय है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में चार साल के स्नातक पाठ्यक्रम का सुझाव दिया गया है।