कोलकाता : बकाया डीए भुगतान की मांग पर आंदोलन कर रहे सरकारी कर्मचारियों को राज्य सरकार का तीन फ़ीसदी डीए बढ़ाना भी रास नहीं आ रहा। अब कर्मचारियों के संगठन ने लगातार दो दिनों तक कार्य विराम की घोषणा की है। “संग्रामी संयुक्त मंच” की ओर से गुरुवार को घोषणा की गई है कि आगामी 20 और 21 फरवरी को राज्य के सारे सरकारी दफ्तरों को बंद रखा जाएगा। डीए की मांग पर लगातार चार दिनों से सरकारी कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन धर्मतल्ला में चल रहा है। सरकार पर दबाव बनाने के लिए प्रत्येक सरकारी दफ्तर के बाहर कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन जारी है। संगठन का कहना है कि बजट में तीन फ़ीसदी डीए बढ़ोतरी की घोषणा की गई है जो केंद्रीय पैमाने से 32 फ़ीसदी कम है। यह कतई स्वीकार नहीं है। राज्य सरकार को पूरा डीए देना होगा। सरकारी कर्मचारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि वे डीए नहीं मिलने पर पंचायत चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे। यहां तक कि चुनाव का कोई काम भी नहीं करेंगे। 39 फ़ीसदी डीए बकाया है। हाईकोर्ट ने स्पष्ट कर दिया है कि महंगाई भत्ता सरकारी कर्मचारियों का अधिकार है और उसे देना ही होगा लेकिन राज्य सरकार लगातार कानूनी दांवपेच का सहारा लेकर इसे टाल रही है। इसे लेकर अब कर्मचारियों ने लगातार आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया है।