कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शनिवार को लोकप्रिय गायक कृष्णकुमार कुन्नाथ (केके) के दुर्भाग्यपूर्ण और असामयिक निधन के लिए प्रशासनिक कुप्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया।
राज्यपाल ने नयी दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले उत्तर बंगाल के बागडोगरा हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात की। राज्यपाल ने कहा कि केके ने मंगलवार की शाम को कोलकाता में जिस राजकीय नज़रुल मंच में अपना अंतिम प्रदर्शन किया था वहां आपातकालीन हालात को संभालने के लिए कोई प्रबंध नहीं था। उन्होंने कहा कि वहां आने वाले दर्शकों की संख्या पर कुछ नियंत्रण होना चाहिए। आपातकाल के समय सही कदम नहीं उठाया गया था।
राज्यपाल ने यह भी कहा कि उस दिन कार्यक्रम स्थल पर पूरी तरह से कुप्रबंधन था। राज्यपाल ने कहा कि जो लोग स्थिति को नियंत्रण में रखने, अनुशासित भीड़ नियंत्रण सुनिश्चित करने और संकट के समय समाधान के लिए जिम्मेदार थे, वे अपने कर्तव्यों में बुरी तरह विफल रहे।
उनका स्पष्ट संकेत यह था कि जब केके दक्षिण कोलकाता में नज़रुल मंच के आयोजन स्थल से मध्य कोलकाता में अपने होटल जाते समय असहज महसूस कर रहे थे, तो उन्हें तुरंत पास के किसी अस्पताल में क्यों नहीं ले जाया गया?
तृणमूल का पलटवार
राज्यपाल की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के मेयर और पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री, फिरहाद हकीम ने कहा कि धनखड़ राज्यपाल के बजाय एक भाजपा नेता की तरह व्यवहार और प्रतिक्रिया दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को अब धनखड़ द्वारा प्रतिस्थापित किया जाना चाहिए।