कोलकाता : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म के खिलाफ टिप्पणी पर हिंदू महासभा की बंगाल ईकाई ने करीब प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उनका इस्तीफा मांगा है। उनकी टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए हिंदू महासभा ने तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि को पत्र लिखा।
पत्र में कहा गया है, “स्टालिन द्वारा सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना वायरस जैसी बीमारियों से करने और इसके उन्मूलन के बारे में उनकी टिप्पणी से जनाक्रोश पैदा हुआ है और देश में रहने वाले लाखों सनातनी (हिंदुओं) की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।”
पत्र में आगे लिखा है, “एक राज्य के मंत्री की ऐसी गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी से दुखी होकर, हम आपसे उन्हें उनके पद से बर्खास्त करने का अनुरोध करते हैं।”
इसमें यह भी कहा गया कि उनकी टिप्पणी से भारत के संविधान के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को ठेस पहुंची है।
उदयनिधि स्टालिन सत्तारूढ़ द्रमुक सरकार में युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री हैं। उन्होंने कहा था कि जिस तरह से डेंगू, मलेरिया और कोरोना का उन्मूलन किया जाता है ठीक उसी तरह से सनातन का विरोध नहीं बल्कि उन्मूलन करने की जरूरत है।