– कार्यकर्ताओं का आरोप, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वोट के लालच में हिंसा भड़काई
वाराणसी : रामनवमी शोभायात्रा पर पश्चिम बंगाल के हावड़ा में पत्थरबाजी को लेकर भारतीय अवाम पार्टी ने नाराजगी जताई है। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रविवार को लमही स्थित मुंशी प्रेमचंद स्मृति द्वार पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला फूंक आक्रोश जताया।
कार्यकर्ताओं ने ममता सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में सनातन संस्कृति पर सुनियोजित हमला है। बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्या मुसलमानों ने अब पश्चिम बंगाल में तांडव शुरू कर दिया है। पश्चिम बंगाल सरकार ने आतंकियों को खुली छूट दे रखी है। सरकार की मुखिया ममता बनर्जी ने चेताया था कि रमजान में किसी मुस्लिम के घर हमला हुआ तो मैं किसी को नहीं छोडूंगी। लेकिन रामनवमी पर्व को लेकर उन्होंने किसी को कोई चेतावनी नहीं दी। जो अपनी घर की छतों से रामनवमी शोभायात्रा पर हर बार पत्थरबाजी करते हैं। सरकार की शह पर घुसपैठियों और रोहिंग्यों ने पश्चिम बंगाल से हिन्दुओं को भगाने और हर इलाके को मुस्लिम इलाका बनाने, हिन्दुओं के घरों पर कब्जा करने की बड़ी साजिश रची है।
पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष नजमा परवीन ने कहा कि ममता सरकार सारी हदें पार कर चुकी है। घुसपैठियों को सर पर चढ़ाकर हिन्दुओं पर अत्याचार करवा रही है। पश्चिम बंगाल में ममता सरकार को बर्खास्त कर तत्काल वहां राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए। ममता और उसके भतीजे को गिरफ्तार कर जेल में डालना चाहिए। नजमा ने कहा कि पश्चिम बंगाल की स्थिति भयावह हो चुकी है। कई इलाकों पर घुसपैठियों और रोहिंग्या मुसलमानों का कब्जा हो चुका है। हिन्दुओं और सनातन संस्कृति के प्रति ममता के नफरतपूर्ण बयान आ रहे हैं।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश ने कहा कि ममता बनर्जी का कहर दलितों पर टूट रहा है। दलित अब पश्चिम बंगाल में शोभायात्रा भी नहीं निकाल सकते। उन्हें पूजा के अधिकार से वंचित किया जा रहा है। पुतला दहन कार्यक्रम में नाजनीन अंसारी, देवेन्द्र नाथ सिंह, अनिल कुमार पाण्डेय, अजय कुमार सिंह, ओ०पी० सिंह, सुनीता श्रीवास्तव, जय प्रताप सिंह, प्यारे लाल, सूरज कुमार आदि शामिल रहे।