कोलकाता : पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित बीरभूम नरसंहार को लेकर विधानसभा में हंगामा लगातार जारी है। सोमवार को तो बंगाल विधानसभा में संवैधानिकता की सारी सीमाएं पार करते हुए भारतीय जनता पार्टी के विधायकों को मारा पीटा गया है। भारतीय जनता पार्टी और तृमणूल कांग्रेस (टीएमसी) के कई विधायकों के बीच धक्कामुक्की और मारपीट की बात कही जा रही है।
नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने विधानसभा से बहिर्गमन कर मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया है कि तृणमूल विधायक शौकत मोल्ला और अन्य महिला विधायकों ने विधानसभा के सुरक्षाकर्मियों के साथ मिलकर भाजपा विधायकों पर हमला किया। बीजेपी विधायक दल के मुख्य सचेतक मनोज टिग्गा के नेता मनोज टिग्गा के कपड़े फट गए हैं जबकि विधायक नरहरि महतो को जमीन पर पटक दिया गया। विधायक चंदना बाउरी ने दावा किया है कि उनकी पीठ पर हमले किए गए हैं जबकि शिखा चटर्जी ने बताया कि उन्हें भी थप्पड़ जड़े गए हैं।
A new low for democracy in West Bengal.
TMC MLAs assaulted BJP MLAs inside the assembly on demanding the discussion on Rampurhat massacre.
Political violence, murders, rapes and appeasement is increasing in Bengal under @MamataOfficial govt with each passing day. pic.twitter.com/Xtmk19Y4p1
— Dr. Sukanta Majumdar (@DrSukantaBJP) March 28, 2022
सोमवार को सुबह के समय विधानसभा का सत्र शुरू होते ही विपक्षी भाजपा विधायकों ने नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया। नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी से सवाल पूछा कि बीरभूम नरसंहार को लेकर सरकारी तौर पर मदद की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा से बाहर क्यों की? उन्होंने कहा कि संवैधानिक नियम यही है कि जब विधानसभा चलती है तो मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्रियों को सरकारी फैसलों की जानकारी सबसे पहले सदन के पटल पर देनी होती है लेकिन विधानसभा चलने के बावजूद ममता बनर्जी पूरे राज्य में घूम-घूम कर सरकारी फैसलों की जानकारी दे रही हैं जबकि विधानसभा में एक शब्द नहीं बोलतीं। यह पहले से स्थापित संवैधानिक प्रक्रिया का अपमान है तथा गैर कानूनी भी है।
इसके अलावा भाजपा विधायक बीरभूम नरसंहार को लेकर परिचर्चा की मांग कर रहे थे और मुख्यमंत्री के साथ-साथ राज्य के गृह मंत्री ममता बनर्जी से इस मामले में बयान देने की मांग कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया जिसके बाद नारेबाजी करते हुए भाजपा विधायक वेल में उतर गए। इस पर विमान बनर्जी ने कहा कि आप लोग रोज ही किसी न किसी बात को लेकर बिना मतलब का हंगामा कर रहे हैं। अचानक ये सारी बातें करने का कोई औचित्य नहीं है।
গণতন্ত্রের মন্দির তৃণমূলের তোলাবাজ গুন্ডা, বিধায়কদের হাতে আক্রান্ত।
বিরোধীদের সুরক্ষা প্রদানে ব্যার্থ পুলিশ ও প্রশাসনের প্রধান মমতা ব্যানার্জীর পদত্যাগ চাই। pic.twitter.com/hKF2nYguQv
— BJP West Bengal (@BJP4Bengal) March 28, 2022
हालांकि भाजपा विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष की बातों की अनदेखी की और वेल में उतर कर नारेबाजी करने लगे जिसके बाद आरोप है कि तृणमूल विधायक भी वहीं पहुंच गए और भाजपा विधायकों पर हमला बोल दिया। आरोप है कि विधानसभा के सुरक्षाकर्मी भी तृणमूल विधायकों के साथ मिलकर भाजपा विधायकों पर हमला कर रहे थे। शुभेंदु अधिकारी ने घोषणा की है कि इस हमले खिलाफ दोपहर 2:00 बजे कोलकाता में महारैली निकाली जाएगी।
उल्लेखनीय है कि बीरभूम नरसंहार पीड़ितों को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने परिवार से किसी एक सदस्य को नौकरी और पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय मदद की घोषणा की है। इसके अलावा झुलस चुके घरों के मरम्मत की लिए दो-दो लाख रुपये की अतिरिक्त मदद की भी घोषणा घटनास्थल पर पहुंचकर गत गुरुवार को की थी जिसे लेकर विधानसभा में हंगामा हुआ है।