नयी दिल्ली : कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार पर लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया है।
सोनिया गांधी ने मंगलवार को समाचार पत्रों में प्रकाशित लेख में नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बुनियादी मुद्दों पर प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। यह सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों को भूल चुकी है। इसका सबसे बड़ा खामियाजा देश भुगत रहा है।
सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार ऐसा दिखाने की कोशिश कर रही है कि बेरोजगारी, महंगाई, गिरती अर्थव्यवस्था कोई मुद्दा ही नहीं है जबकि सच सभी जानते हैं। विपक्ष जब इन मुद्दों को संसद में उठाना चाहती है तो उन्हें बोलने नहीं दिया जाता है। जो विपक्षी नेता मोदी सरकार से सवाल पूछते हैं उन पर जांच एजेंसियों को लगा दिया जाता है।
सोनिया गांधी ने कहा कि विपक्ष को जबरन शांत करा देने से मुद्दों का हल नहीं निकलेगा। उन्होंने अपने लेख में मोदी सरकार पर कई और गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता को खत्म करने के मुद्दे पर भी सवाल उठाया।
उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष संसद नहीं चलने दे रही है। अडानी मुद्दे पर केन्द्र सरकार चुप है। 45 लाख करोड़ रुपये का बजट बिना किसी चर्चा के ही पास कर दिया गया, यह लोकतंत्र के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं।
सोनिया गांधी ने अपने लेख में आरएसएस पर भी निशाना साझा। उन्होंने कहा कि देश में नफरत और हिंसा फैलाने के लिए भाजपा आरएसएस साथ काम कर रही है।
सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस मोदी सरकार से डटकर मुकाबला करेगी। हम डरने वाले नहीं हैं। हम जनता से सीधे जुड़ने का प्रयास कर रहे हैं। ‘भारत जोड़ो’ यात्रा इसका सुंदर उदाहरण है। उन्होंने कहा कि हम समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ मिलकर देश के संविधान को बचाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई लोगों के हितों के लिए है। कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल होने के अपने दायित्व को समझती है और समान-विचारधारा वाली पार्टियों के साथ काम करके इस दायित्व को पूरा करने के लिए तैयार है।