कोलकाता : राज्य में दुर्गापूजा बीत जाने के बाद राजनीतिक रस्साकशी भी शुरू हो गई है। भारतीय जनता पार्टी दुर्गा पूजा से पहले 13 सितम्बर को नवान्न अभियान के तर्ज पर ही प्रत्येक जिले में आंदोलन की तैयारी में है। पार्टी के सूत्रों ने बताया है कि अगले साल की शुरुआत में होने वाले पंचायत चुनाव के मद्देनजर जनसंपर्क और सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरे राज्य का ध्यानाकर्षण नए सिरे से करने के लिए प्रत्येक जिले में आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई है।
उल्लेखनीय है कि गत 13 सितंबर को पार्टी के सचिवालय अभियान को केंद्र कर कोलकाता और हावड़ा में भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर टकराव, तोड़फोड़, आगजनी और पत्थरबाजी हुई थी और पार्टी ने पुलिस पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बर्बरता का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ पूजा के बाद पूरे राज्य के प्रत्येक जिले में आंदोलन का ऐलान किया था। अब इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके तहत प्रत्येक जिले के जिला अधिकारी अथवा प्रखंड अधिकारी के दफ्तर के घेराव की योजना बनाई गई है। काली पूजा बीतने के बाद ही बैठक कर इसे मूर्त रूप दिया जाएगा। पार्टी के प्रवक्ता शमीक भट्टाचार्य ने बताया कि इसके पहले के पंचायत चुनाव में जिस तरह से अबाध हिंसा, विपक्षी पोलिंग एजेंट को बुथ में प्रवेश नहीं करने देना और तृणमूल के अलावा दूसरी पार्टियों में वोट देने वालों को मारने पीटने की वारदातें राज्य में हुई हैं, वह इस बार हम लोग होने नहीं देंगे।
उधर तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा फिर से तृणमूल कांग्रेस को हराने का सपना देख रही है जो कभी पूरा होने वाला नहीं है। भाजपा कार्यकर्ताओं को जैसे तैसे उत्साहित रखने के लिए पार्टी नेता नया नया शिगूफा छोड़ रहे हैं। इसका कोई लाभ होने वाला नहीं है।