कोलकाता : पूर्व मेदिनीपुर ज़िले के तमलुक भाजपा उपाध्यक्ष प्रलय पाल ने पार्टी में अपनी स्थिति स्पष्ट की है। इस हफ्ते उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी पार्टी (भाजपा) से ‘संन्यास’ का जिक्र करते हुए पोस्ट किया था। हालांकि, उन्होंने रविवार को साफ कर दिया कि वह पार्टी नहीं छोड़ रहे हैं और भाजपा के साथ रहेंगे।
रविवार को प्रलय पाल ने पोस्ट किया कि मैंने दो दिन पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था। जब मैं राजनीति में आया तो बहुत दुखी हुआ। जब दो फीसदी वोट मिला था भाजपा ऐसा तब से कर रही है। लेकिन कहीं न कहीं ऐसा लगा कि आंखों के सामने इस तरह टीम की हार देखने से बेहतर है मौत। मैंने भावनाओं में बहकर उसे पोस्ट कर दिया।
उल्लेखनीय है कि प्रलय पाल ने अपने जीवन के शुरुआती चरण में तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता के रूप में काम किया। वह 2013 में तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। पिछले गुरुवार को ही भाजपा के तमलुक संगठनात्मक जिले की नई जिला कमेटी का गठन किया गया था। 91 सदस्यों वाली जिला समिति में 23 पदेन सदस्य हैं। उन 23 लोगों में आठ उपाध्यक्ष, चार महासचिव और 10 सचिव हैं।
भाजपा की उस सूची में पांच नंबर पर प्रलय पाल का नाम है। उसके ठीक बाद पवित्र कर का नाम है। प्रलय मुख्य रूप से उसके खिलाफ थे। इसके अलावा नई कमेटी के कई पदाधिकारियों के प्रति भी उनकी नाराजगी है। कुल मिलाकर माना जा रहा है कि प्रलय पाल भाजपा के ‘आदि’ बनाम ‘नव्य’ (सीनियर बनाम जूनियर) विवाद के चलते खुद को समेटना चाहते थे। लेकिन रविवार को पार्टी न छोड़ने के उनके पोस्ट से साफ पता चलता है कि वे भाजपा से सम्मोहित हुए हैं।