नयी दिल्ली : पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों में हिंसा पर भाजपा द्वारा गठित ‘फैक्ट फाइंडिंग कमेटी’ ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट अध्यक्ष जे पी नड्डा को सौंप दी।
बुधवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कमेटी के संयोजक भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनावों के दौरान लोकतंत्र का एक शर्मनाक और घृणित चेहरा लोगों के सामने आया । उन्होंने पंचायत चुनाव में हिंसा के बीच साहस दिखाने वाले कार्यकर्ताओं पर गर्व करते हुए कहा कि भाजपा के 11,000 सदस्य ग्राम पंचायत के लिए चुने गए हैं। यदि चुनाव निष्पक्ष होते तो भाजपा ग्राम पंचायत चुनावों में जीत हासिल करती।
उल्लेखनीय है कि फैक्ट फाइंडिंग कमेटी में भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को संयोजक बनाया गया था जबकि सांसद सत्यपाल सिंह, रेखा वर्मा, बृजलाल और राजदीप रॉय इसके सदस्य थे।
रिपोर्ट के बारे में बताते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पश्चिम बंगाल में करीब दो हजार किलोमीटर का दौरा किया गया और लोगों से बात की गई। ममता सरकार में शर्मनाक एवं विकृत लोकतंत्र देखा। हमें राज्य में कई जगह रोका गया।
उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में पांच तथ्य हैं, जिसमें नॉमिनेशन नहीं करने देना, नॉमिनेशन कर लिया तो प्रचार नहीं करने देना, अगर प्रचार किया तो अगवा कर लेना, बम-बारी करना और अगर जीत गए तो सर्टिफिकेट जारी नहीं करना शामिल है। उन्होंने कहा कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं को बुरी तरह पीटा, कई लोगों की हत्याएं की गईं। उनके परिवारजनों से मिलना बेहद पीड़ादायक रहा। ममता सरकार में लोकतंत्र का घृणित चेहरा देखने को मिला है।