कोलकाता : पश्चिम बंगाल के नवनियुक्त राज्यपाल डॉ. सी.वी. आनंद बोस पर भाजपा के वरिष्ठ विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी की टिप्पणी को लेकर भाजपा असहज हो गई है। डैमेज कंट्रोल की कोशिशें शुरू की गई है। एक तरफ राज्यपाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सराहना लगातार कर रहे हैं और उनके पक्ष में बयानबाजी कर रहे हैं तो दूसरी तरफ शुभेंदु अब सरेआम उन पर सवाल खड़े कर रहे हैं। इस पर प्रदेश भाजपा के लिए असहज परिस्थिति बन गई है। इसकी वजह है कि राज्यपाल को केंद्र सरकार ने नियुक्त किया है जो भाजपा की सरकार है। अमूमन राज्य में 2014 के बाद जितने राज्यपाल आए हैं उनका तालमेल भाजपा के साथ बेहतर और तृणमूल के साथ टकराव भरा रहा है लेकिन नवनियुक्त राज्यपाल तृणमूल के अधिक करीब हैं।
प्रदेश भाजपा के एक नेता ने बताया है कि इस संबंध में शुभेंदु अधिकारी को समझाने की कोशिश हो रही है। दिल्ली के केंद्रीय नेतृत्व से इस संबंध में अनुरोध किया गया है। इसके साथ ही केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास एक पत्र भेजा गया है जिसमें राज्यपाल को भी एक बार सतर्क करने को कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि आज से बंगाल विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ है। साथ ही सरस्वती पूजा के दिन राज्यपाल ने जब ‘वर्ण परिचय’ सीखना शुरू किया तब जय बांग्ला का नारा लगाया था जिसके बाद से विवाद और बढ़ता जा रहा है।