कोलकाता : भाजपा ने दक्षिण 24 परगना के एक तृणमूल नेता पर गंभीर आरोप लगाए हैं। भाजपा की ओर से दावा किया गया है कि कुछ दिनों पहले कोलकाता बंदरगाह पर जब्त की गई 200 करोड़ रुपये की हेरोइन (मादक पदार्थ) वास्तव में एक तृणमूल कार्यकर्ता के लिए आई थी। 40 किलो हेरोइन शरीफुल इंटरप्राइजेज के नाम पर आयी थी।
भाजपा का आरोप है कि उस संगठन का मालिक शरीफुल इस्लाम मुल्ला तृणमूल से जुड़ा है। यह भी आरोप लगाया गया है कि शरीफुल संदेशखली के एक और दो नंबर ब्लॉक के तृणमूल अध्यक्ष शिबू हाजरा और शेख शाहजहां का करीबी है। प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और महासचिव जगन्नाथ चटर्जी ने गुरुवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य के दो मंत्री इस मादक पदार्थ तस्करी की घटना में शामिल हैं। हालांकि, तृणमूल ने भाजपा के दावों को झूठा बताया है। तृणमूल विधायक इदरीस अली ने कहा कि लगाये गए सभी आरोप झूठे हैं। भाजपा की तरह झूठा दल कोई दूसरा नहीं है, कोई उन पर विश्वास नहीं करेगा।
भाजपा के आरोप यहीं खत्म नहीं हुए। भाजपा ने आगे बताया कि गियर बॉक्स में छिपे कंटेनर में भरकर मादक पदार्थ लाये गए थे। इस संबंध में प्रदेश भाजपा की ओर से विभिन्न दस्तावेज और तस्वीरें भी पेश की गयीं।
उल्लेखनीय है कि 9 सितंबर को गुजरात पुलिस के एटीएस ने कोलकाता बंदरगाह की तलाशी के बाद 200 करोड़ रुपये की 40 किलोग्राम हेरोइन बरामद की थी। भाजपा का आरोप है कि पिछले साल मई में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद इतनी बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद किया गया था। यह मादक पदार्थ पिछले मार्च में दुबई से कोलकाता लाया गया था। यह कुल 605 पैकेट और 2500 किलो स्पेयर पार्ट में आई थी लेकिन शरीफुल मोल्ला ने इसे नहीं लिया, यह सितंबर तक कोलकाता बंदरगाह में पड़ा था।
भाजपा का आरोप है कि प्रदूषण प्रमाण पत्र की समस्या का हवाला देकर मादक पदार्थ को बंदरगाह से नहीं ले जाया गया। बाद में 9 सितंबर को गुजरात एटीएस ने तलाशी ली और कंटेनर को जब्त कर लिया। भाजपा का आरोप है कि शरीफुल के घर की तलाशी लेने के बाद भी बीएसएफ को वह नहीं मिला। भाजपा को संदेह है कि शरीफुल बांग्लादेश भाग गया होगा।
सुकांत मजूमदार ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री का दावा है कि राज्य की सीआईडी सीबीआई से ज्यादा प्रभावी है। इसलिए मैं चाहता हूं कि राज्य यह पता करे कि शरीफुल कहां है। शरीफुल के करीबी तृणमूल नेता संदेशखली के दो नंबर ब्लाक तृणमूल अध्यक्ष शेख शाहजहां ने हाल ही में राज्य के एक मंत्री से 17 से 18 बार मुलाकात की। कंटेनर के जब्त होने के बाद यह बैठक हुई। सुकांत या जगन्नाथ ने किसी का नाम नहीं लिया, हालांकि यह कहा गया कि मंत्री का कार्यालय हाल ही में भ्रष्टाचार के कारण बदल दिया गया है।
भाजपा का दावा है कि इस मादक पदार्थ कारोबार में सौ करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। सुकांत ने मांग की कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि शरीफुल को पैसे कहां से मिले। उनके मुताबिक, पुलिस लंबे समय तक कोलकाता बंदरगाह में दुबई के रास्ते अफगानिस्तान से आया ड्रग्स नहीं पकड़ पाई। कंटेनर की नीलामी का इंतजार किया जा रहा था। गुजरात की एटीएस ने आकर उसे पकड़ लिया। सुकांत ने यह भी कहा कि तृणमूल कार्यकर्ता शरीफुल अब कहां हैं, उस सवाल का जवाब पहले दिया जाना चाहिए। क्या वह कहीं भाग गया है? साथ ही, उन्होंने दावा किया कि उनके पास शरीफुल और तृणमूल के दो नेताओं के बीच फोन पर हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग है। हालांकि सुकांत ने कहा कि भाजपा इसे अभी सार्वजनिक नहीं करेगी।