हावड़ा : शालीमार जीआरपी लॉकअप से फरार हुए दो अभियुक्तों को खड़गपुर से गिरफ्तार किया गया है। खड़गपुर पुलिस ने मंगलवार को अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों पर हत्या का आरोप है। दोनों अभियुक्तों को बुधवार को ट्रांजिट रिमांड के लिए हावड़ा अदालत में पेश किया गया। हत्या के मामले में इसी महीने की 19 तारीख को दोनों अभियुक्तों को कोर्ट में पेश किया गया था। न्यायाधीश ने उन्हें तीन दिन की पुलिस हिरासत में रहने का आदेश दिया था। इसी बीच दोनों अभियुक्त रविवार को शालीमार जीआरपी का लॉकअप तोड़कर फरार हो गए थे। ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में तीन जीआरपी जवानों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। जीआरपी के सूत्रों के मुताबिक इनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार शालीमार में जीआरपी लॉकअप काफी पुराना है। यहां सीसीटीवी नहीं लगा था। साथ ही लंबे समय से लॉकअप का मेंटेनेंस भी सही तरह से नहीं किया गया है। निगरानी की भी कमी बताई गई। ऐसे में मौके का फायदा उठाकर राजू और समीरुल लॉकअप तोड़कर फरार हो गए।
उल्लेखनीय है कि घटना इसी महीने की 17 अगस्त को शुरू हुई थी। आरोप है कि राजू और समीरुल ने 17 वर्षीय शुभम हरि को आबदा स्टेशन पर चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। जीआरपी ने घायल शुभम को बचाया और उसे उलुबेरिया उप-जिला अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन शुभम हरि की गंभीर चोटों के कारण अस्पताल में मौत हो गई। शुभम के घर के लोगों ने राजू हरि और समीरुल मोल्ला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उस शिकायत के आधार पर शालीमार जीआरपी ने उन दो लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। उन्हें गिरफ्तार कर शालीमार जीआरपी लॉकअप में रखा गया था। वहां से दोनों अभियुक्त 21 अगस्त को जेल से फरार हो गए। इन दोनों को एक बार फिर गिरफ्तार किया गया है।