बीएसएफ को मिली सफलता, 40 सोने के बिस्किट की तस्करी के मुख्य आरोपी ने किया समर्पण

बैरकपुर : दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तहत सीमा सुरक्षा बल के सीमावर्ती इलाके में सोमवार को सीमा सुरक्षा बल के दबाव के कारण 01 भारतीय (सोने के तस्कर) ने सीमा चौकी दोबारपारा, 158 वाहिनी, में आत्मसमर्पण कर दिया।

तस्कर की पहचान रोहित मंडल (32), पिता– तेजन मंडल, गांव –अंगरैल, थाना– गायघाटा, जिला– उत्तर 24 परगना के रूप में हुई है।

दिनांक 17 मार्च, 2022 को सीमा वास्तव में दोबारपाड़ा, 158 वाहिनी के जवानों ने 40 सोने के बिस्किट जब्त किए थे, जिनका वजन 4.6 किलोग्राम और जिसकी कीमत लगभग 2.42 करोड़ आंकी गई थी। इस अभियान में तस्कर बचकर भाग निकलने में कामयाब हो गया था।

तस्करी के बाद से ही बीएसएफ इंटेलिजेंस ब्रांच था सक्रिय

बीएसएफ इंटेलिजेंस ब्रांच तभी से आरोपी तस्कर के पीछे लगा हुआ था, जिसकी सफलता उन्हें सोमवार को मिली, जब धरपकड़ अभियान के चलते रोहित मंडल नाम के व्यक्ति ने 158 वीं वाहिनी की सीमा चौकी दोबारपारा के अधिकारियों के सामने खुद को समर्पण कर दिया।

आरोपी तस्कर ने कबूल किया है कि 17 मार्च 2022 को जो सोने के बिस्किट पकड़े गए थे, उनकी तस्करी वह कर रहा था। आरोपी तस्कर ने खुलासा किया कि वह पिछले 10 सालों से तस्करी की गतिविधियों में शामिल है। व्यक्ति ने बताया कि वह सुमन घोष ( गांव–अंग्रेल, थाना– गायघाटा, जिला उत्तर 24 परगना), के लिए सोने की तस्करी का काम करता है। उसने खुलासा किया कि उसने 17 मार्च, 2022 को इच्छा मति नदी के किनारे एक बांग्लादेशी व्यक्ति ( तुहिन, गांव–पुतखाली, थाना–शरसा, जिला– जेस्सोर, बांग्लादेश) से सोने के बिस्किट लिए थे और सीमा सुरक्षा बल की ड्यूटी पॉइंट को पार करने की कोशिश कर रहा था।

परंतु सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने उसे देख लिया पर वह डर की वजह से वहां से भाग निकला और सोने के बिस्किट जो कि एक गमछे में थे, रास्ते में फेंक दिए। व्यक्ति ने बताया कि फिर वह वहां से बांग्लादेश चला गया था।पकड़े गए व्यक्ति को कस्टम ऑफिस पेट्रापोल को सौंप दिया गया है।

कमांडिंग ऑफिसर की सलाह, तस्करी का रास्ता छोड़े तस्कर

हरेंद्र सिंह तोमर, 158वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल तस्करी को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है, जिसकी वजह से तस्करों के मंसूबे लगातार धराशाई हो रहे हैं, नतीजन इलाके के बहुत से तस्कर जीविकोपार्जन की मुख्य धारा में शामिल हो चुके है। एक तरफ कमांडिंग ऑफिसर ने रोहित मंडल जैसे तस्कर के आत्मसमर्पण पर खुशी जताई तो दूसरी तरफ इलाके के अन्य तस्करों को आत्मसमर्पण करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि तस्करी का रास्ता छोड़ मुख्य धारा में शामिल हो जाए वरना गलत मंशा वाले लोगों को बक्शा नही जाएगा।

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