लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक पद पर बहाल करते हुए एक बार फिर उनको अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है।
मायावती ने लखनऊ के पार्टी कार्यालय में रविवार को लोकसभा चुनाव में हार के कारणों की समीक्षा बैठक के दौरान प्रमुख पदाधिकारियों की मौजूदगी में यह घोषणा की। एक दिन पहले ही आकाश को उत्तराखंड में उपचुनाव के लिए स्टार प्रचारक नियुक्त किया गया था। सूची में उनका नाम मायावती के बाद दूसरे नंबर पर था।
बसपा नेता एवं लखनऊ लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार रहे सरवर मलिक ने मीडिया को बताया कि बहन मायावती ने आकाश को पुन: अपना उत्तराधिकारी बनाया है। आकाश का राष्ट्रीय समन्वयक पद भी बहाल कर दिया है। वह देशभर में दौरा कर एक रिपोर्ट बहन जी को सौंपेंगे।
मलिक ने कहा कि लोकसभा चुनाव में अपने दम पर मैदान में उतरी बसपा को करारी हार का सामना करना पड़ा। इसकी समीक्षा के लिए मायावती ने बैठक बुलाई। इसमें उनके भतीजे आकाश भी शामिल हुए। आकाश ने अपनी बुआ मायावती के पैर छुए तो उन्होंने उनके सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में उम्मीद के अनुसार परिणाम नहीं आए। उन सारे नतीजों को लेकर बहन जी ने कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों के साथ करीब ढाई घंटे तक बैठक कर समीक्षा की।
मायावती ने 07 मई को भतीजे आकाश को अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी के पद से हटा दिया था। आकाश को पार्टी के सभी प्रमुख पदों से यह कहते हुए हटाने की घोषणा की थी कि उनके परिपक्व होने तक इन कर्तव्यों से मुक्त किया जा रहा है। बसपा प्रमुख ने पिछले वर्ष दिसंबर में आकाश को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। हालिया लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान आकाश के खिलाफ सीतापुर में एक रैली में आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद मायावती ने यह फैसला लिया था।