नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुजरात के वडोदरा में स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज के साथ संयुक्त रूप से टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) परिसर में सैन्य विमान सी-295 विमान के निर्माण के लिए टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सी-295 विमान का कारखाना नए भारत की नई कार्य संस्कृति को दर्शाता है। उन्होंने कहा, “टाटा-एयरबस विनिर्माण सुविधा भारत-स्पेन संबंधों और ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ मिशन को मजबूत करेगी।”
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेरे मित्र पेड्रो सांचेज की यह पहली भारत यात्रा है। आज से हम भारत और स्पेन की साझेदारी को नई दिशा दे रहे हैं। हम सी-295 विमान के निर्माण के लिए कारखाने का उद्घाटन कर रहे हैं। यह फैकटरी न केवल भारत और स्पेन के संबंधों को मजबूत करेगी, बल्कि ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के मिशन को भी मजबूत करेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसके लिए टाटा और एयरबस की टीमों को बधाई दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी। टाटा का इस महीने की शुरुआत में 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। असल में इस परियोजना की मूल रूप से 2012 में रतन टाटा ने ही कल्पना की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “कुछ समय पहले, हमने देश के बेटे रतन टाटा को खो दिया। अगर वे आज हमारे बीच होते, तो उन्हें बहुत खुशी होती, लेकिन उनकी आत्मा जहां भी होगी, वो खुश होगी।”
उन्होंने कहा कि यह कारखाना नए भारत की कार्य संस्कृति को दर्शाता है। यह दिखाता है कि भारत किस गति से काम कर रहा है। कारखाने का काम दो साल पहले अक्टूबर में शुरू हुआ था, और अब इसका उद्घाटन हुआ है। प्रधानमंत्री ने प्लानिंग और एग्जीक्यूशन में अनावश्यक देरी नहीं होने पर जोर देते हुए कहा कि उनका ध्यान हमेशा योजना और निष्पादन के समय को कम करने पर रहा है। उन्होंने कहा कि इस फैक्ट्री को रिकार्ड समय में उत्पादन के लिए तैयार किया गया है। यहां बने विमान को दूसरे देशों को भी भेजा जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत में रक्षा विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र नई ऊंचाइयां छू रहा है। 10 साल पहले अगर हमने ठोस कदम नहीं उठाए होते, तो आज इस मंजिल पर पहुंचना असंभव ही था। उन्होंने कहा कि पिछले 5-6 सालों में भारत में 1000 नए डिफेंस स्टार्टअप्स शुरू हुए हैं। पिछले दस सालों में भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट 30 गुना बढ़ा है। आज हम 100 से ज्यादा देशों को डिफेंस इक्विपमेंट एक्सपोर्ट करते हैं। आज हम देश में स्किल और जॉब क्रिएशन पर फोकस कर रहे हैं। एयरबस और टाटा की इस फैक्टरी से हजारों जॉब्स पैदा होंगे।
उन्होंने कहा कि किसी भी सम्भावना को समृद्धि में बदलने के लिए सही योजना और सही साझेदारी जरूरी है। भारत के रक्षा क्षेत्र का कायाकल्प इसका उदाहरण है। बीते दशक में देश ने अनेक ऐसे फैसले लिए जिससे भारत में एक वाइब्रेंट डिफेंस इंडस्ट्री का विकास हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि वे आज के कार्यक्रम को परिवहन विमान के निर्माण से कहीं आगे तक देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दशक में भारत के विमानन क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि और परिवर्तन देखा गया है। हम पहले से ही भारत को विमानन केंद्र बनाने के लिए काम कर रहे हैं। यह पारिस्थितिकी तंत्र भविष्य में मेड इन इंडिया नागरिक विमानों का मार्ग प्रशस्त करेगा। विभिन्न भारतीय एयरलाइन ने 1200 नए विमानों के लिए ऑर्डर दिए हैं। यह कारखाना भारत और दुनिया की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए नागरिक विमानों के डिजाइन और निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्पेन में योग भी बहुत लोकप्रिय है। स्पेन का फुटबॉल भी भारत में बहुत पसंद किया जाता है। मोदी ने खुशी जताई कि भारत और स्पेन ने 2026 को भारत-स्पेन संस्कृति, पर्यटन और एआई के वर्ष के रूप में मनाने का फैसला किया है। स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज ने कहा कि एयरबस और टाटा के बीच साझेदारी भारतीय एयरोस्पेस उद्योग की प्रगति में योगदान देगी और अन्य यूरोपीय कंपनियों के आगमन के लिए नए दरवाजे खोलेगी। उन्होंने कहा कि आज हम देख रहे हैं कि कैसे दो कंपनियों के बीच एक असाधारण परियोजना वास्तविकता बन गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि यह आपके विजन की भी जीत है। भारत को एक औद्योगिक महाशक्ति और निवेश तथा व्यापार से व्यापार सहयोग के लिए एक आकर्षण का केंद्र बनाने की आपकी दूरदृष्टि की जीत है।