कोलकाता : कलकत्ता हाई कोर्ट ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल भाजपा को कोलकाता के श्यामबाजार मेट्रो स्टेशन के पास पांच दिनों तक धरना देने की अनुमति दी। यह धरना 21 अगस्त से शुरू होगा, जिसमें डॉक्टर की कथित बलात्कार और हत्या के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। यह घटना आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में नौ अगस्त को हुई थी, जिसने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया है।
राज्य के वकील ने अदालत से कहा कि धरना केवल एक दिन के लिए ही दिया जाना चाहिए, क्योंकि पांच दिनों का धरना आम जनता के लिए असुविधाजनक हो सकता है। वहीं, भाजपा के वकील ने अदालत से छह दिनों के धरने की अनुमति मांगी थी।
न्यायमूर्ति राजर्षि भारद्वाज ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद भाजपा को पांच दिनों तक धरना देने की अनुमति दी। यह धरना आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से करीब आधा किलोमीटर दूर आयोजित किया जाएगा। कोर्ट ने आदेश दिया कि धरना बुधवार से रविवार तक हर दिन दोपहर 12 बजे से रात नौ बजे तक आयोजित किया जाएगा और इसमें 300 से ज्यादा लोग शामिल नहीं होंगे।
डॉक्टर की बलात्कार और हत्या के बाद पूरे देश में डॉक्टर और चिकित्सा समुदाय ने न्याय की मांग करते हुए प्रदर्शन किए हैं। वे काम की जगहों पर बेहतर सुरक्षा के लिए कानून बनाने की भी मांग कर रहे हैं।
इस मामले की जांच अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपी गई है, जिसे पिछले हफ्ते कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद कोलकाता पुलिस से लिया गया था। इस मामले में एक नागरिक स्वयंसेवक को इस अपराध में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया है।