कोलकाता : शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गुरुवार को बंगाल में चल रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के छापेमारी अभियान पर तृणमूल कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी ने सीबीआई की कार्रवाई को एक दिन पहले कोलकाता में हुई केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की जनसभा से जोड़ते हुए दावा किया है कि सभा की विफलता को ढकने के लिए भाजपा सीबीआई को कम पर लगा रही है।
गुरुवार सुबह से ही शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के मामले में राज्य में चार अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की है। राजारहाट और कोलकाता में तृणमूल पार्षद देवराज चक्रवर्ती और बप्पादित्य दासगुप्ता के घर तथा मुर्शिदाबाद के डोमकल में तृणमूल विधायक जफीकुल इस्लाम के घर सीबीआई की टीम पहुंची है। कूचबिहार में भी केंद्रीय एजेंसी ने दबिश दी है। इसे सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने बदले की कार्रवाई करार दिया है। पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा है कि एक दिन पहले बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की जनसभा विफल रही है। उनका संबोधन भी सुपर फ्लॉप रहा है। इसी विफलता को ढकने के लिए गुरुवार सुबह से सीबीआई काम पर लग गई है। उन्होंने कहा कि सीबीआई की पूरी कार्रवाई राजनीति प्रतिहिंसा है। इसमें कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है।
हालांकि भाजपा ने उनके इस आरोप पर पलटवार किया है। पार्टी प्रवक्ता शमीक भट्टाचार्य ने कहा है कि तृणमूल राज्य सीआईडी का इस्तेमाल राजनीतिक विरोधियों को चुप कराने के लिए करती है। भाजपा की यह नीति नहीं है। सीबीआई की कार्रवाई नरेंद्र मोदी सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस के तहत हो रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई छापेमारी कर रही है, जिसका भाजपा या केंद्र सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। यह सीधे तौर पर कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर हो रहा है और कोर्ट ही पूरी प्रक्रिया की निगरानी कर रहा है।