कोलकाता : महानगर कोलकाता के कांकुड़गाछी इलाके में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता अभिजीत सरकार को पिछले साल चुनाव परिणाम वाले दिन पीट-पीट कर मौत के घाट उतारे जाने की घटना में जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने बेलेघाटा से तृणमूल विधायक परेश पाल के 8 सहयोगियों को पूछताछ के लिए बुलाया है। पिछले हफ्ते 16 मई को परेश पाल से 3 घंटे तक पूछताछ हुई थी। बाहर निकलकर उन्होंने दावा किया था कि अभिजीत की हत्या से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
दूसरी ओर अभिजीत के भाई विश्वजीत ने कहा है कि 2 मई, 2021 को जब चुनाव परिणाम में तृणमूल कांग्रेस की जीत स्पष्ट हो चली थी तब शाम के समय परेश पाल के कहने पर ही उनके समर्थकों और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के सामने अभिजीत सरकार को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि परिवार ने अपनी शिकायत में परेश को नामजद किया था लेकिन सीबीआई ने उनसे सख्ती से पूछताछ नहीं की है। इसके बाद गत 16 मई को उनसे तीन घंटे पूछताछ हुई थी और अब उनके 8 सहयोगियों को बुधवार को निजाम पैलेस स्थित सीबीआई दफ्तर में हाजिर होने को कहा गया है। खबर है कि अभिजीत की हत्या के सिलसिले में परेश पाल की भूमिका और वारदात वाले दिन किस ने किस तरह से हिंसा में भागीदारी की थी इस बारे में पूछताछ की जाएगी। इन आठों का बयान रिकॉर्ड किया जाना है।
दरअसल पिछले साल विधानसभा चुनाव परिणाम में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की जीत लगातार तीसरी बार स्पष्ट होने के बाद पूरे राज्य में भाजपा के कार्यकर्ताओं के घरों में आगजनी, तोड़फोड़ और महिलाओं के सामूहिक दुष्कर्म के अलावा हत्या की घटनाएं हुई थीं भाजपा का दावा है कि आठ से अधिक कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया गया है।