नयी दिल्ली : सीबीआई लैंड फॉर जॉब मामले में दस दिन में पूरक चार्जशीट दाखिल कर देगी। सीबीआई ने यह सूचना राऊज एवेन्यू कोर्ट को दी है। इस पर स्पेशल जज विशाल गोगने ने मामले की अगली सुनवाई 14 मार्च को करने का आदेश दिया।
आज सुनवाई के दौरान सीबीआई के वकील डीपी सिंह ने पूरक चार्जशीट दाखिल करने के लिए समय देने की मांग की। उन्होंने कहा कि सात से 10 दिन में पूरक चार्जशीट दाखिल हो जाएगी। सीबीआई की इस दलील को स्वीकार करते हुए कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 14 मार्च को करने का आदेश दिया। इसके पहले 30 जनवरी को भी सीबीआई ने पूरक चार्जशीट दाखिल करने के लिए समय मांगा था।
राऊज एवेन्यू कोर्ट ने पिछले साल 20 दिसंबर को सीबीआई को निर्देश दिया था कि वो आरोपितों को चार्जशीट से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराए। इसके बाद कोर्ट ने 22 दिसंबर को इस मामले के आरोपित और बिहार के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को शासकीय कार्यों के लिए विदेश जाने की अनुमति दी। इससे पहले कोर्ट ने चार अक्टूबर को तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी को जमानत प्रदान की थी। कोर्ट ने 22 सितंबर को सीबीआई की दूसरी चार्जशीट पर संज्ञान लिया था। तीन जुलाई को सीबीआई ने पूरक चार्जशीट दाखिल की थी।
अदालत ने पिछले साल 15 मार्च को लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती को जमानत दी थी। कोर्ट ने 27 फरवरी को इन तीनों व अन्य सभी आरोपितोंके खिलाफ दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान लिया था। सीबीआई ने सात अक्टूबर, 2022 को रेलवे भर्ती घोटाला मामले में लालू, राबड़ी, मीसा भारती समेत 16 आरोपितों के खिलाफ राऊज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी।
लैंड फॉर जॉब घोटाला केस में सीबीआई ने भोला यादव और हृदयानंद चौधरी को गिरफ्तार किया था। भोला 2004 से 2009 तक लालू यादव के ओएसडी थे। यह घोटाला लालू यादव के रेलमंत्री रहने के दौरान का है। भोला को ही इस घोटाले का मास्टर माइंड माना जा रहा है। आरोप है कि लालू के रेलमंत्री रहते नौकरी के बदले जमीन देने के लिए कहा जाता था। नौकरी के बदले जमीन देने के काम को अंजाम देने का काम भोला यादव को सौंपा गया था।
भोला यादव 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव में बहादुरपुर से विधायक चुने गए थे। सीबीआई ने मई के तीसरे सप्ताह में इस मामले में लालू यादव के परिजनों से जुड़े 17 ठिकानों पर छापा मारा था। यह छापे लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली स्थित ठिकानों पर मारे गए थे।