कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को दावा किया कि जो केंद्रीय एजेंसियां वर्तमान में विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही हैं, वे 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद भाजपा के पीछे पड़ जाएंगी। उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की आयु महज तीन महीने है।
यहां नेताजी इंडोर स्टेडियम में तृणमूल नेताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विभिन्न मामलों में उनकी पार्टी के नेताओं की गिरफ्तारी के बाद, सांसद महुआ मोइत्रा के संसद से निष्कासन की योजना बनाई जा रही थी, लेकिन चुनाव से पहले ऐसा करके भाजपा बड़ी गलती कर चुकी है।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वर्तमान में विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही केंद्रीय एजेंसियां 2024 के चुनावों के बाद भाजपा के पीछे जाएंगी। केंद्र में यह सरकार तीन महीने और रहेगी।
बनर्जी ने यह भी दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार आरक्षण को खत्म करना चाहती है। हम इसका विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा भी अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण के खिलाफ है, लेकिन हम उन्हें ओबीसी कोटा के माध्यम से इस प्रणाली के तहत लाएंगे।
बनर्जी ने यह भी आरोप लगाया कि मेट्रो रेलवे स्टेशनों से लेकर क्रिकेट टीम तक देश का “भगवाकरण” करने की कोशिशें जोरों पर चल रही हैं।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘भगवा ”त्यागियों” का रंग है, लेकिन भाजपा ”भोगी” हैं। उन्होंने दावा किया कि खिलाड़ियों ने विरोध किया, लेकिन दबाव के परिणामस्वरूप भारतीय क्रिकेट टीम को मैचों के दौरान भगवा अभ्यास जर्सी पहननी पड़ी।
तृणमूल प्रमुख ने देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर भी केंद्र पर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र मंदी में है और पीएसयू बेचे जा रहे हैं। बेरोजगारी दर भी बहुत अधिक है। उन्होंने पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश में गायों की तस्करी के आरोपों को लेकर भाजपा को आड़े हाथों लिया।
ममता ने कहा, “बांग्लादेश में तस्करी के लिए गायों को यूपी सहित विभिन्न राज्यों से लाया जाता है। वहां कटमनी कौन लेता है?”
मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल तेजी से निवेश गंतव्य के रूप में विकसित हो रहा है।
उन्होंने कहा, “सभी बड़ी आईटी कंपनियां कोलकाता की ”सिलिकॉन वैली” परियोजना में निवेश कर रही हैं।”