◆ राजधानी के छठ घाटों पर दिखी छठ की अनुपम छटा
◆ दीयों की रोशनी से जगमग हुए गंगा घाट
पटना : चैती छठ पूजा का तीसरे दिन प्रदेशभर में व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। गुरुवार की शाम गंगा घाटों, तालाबों और घरों समेत अन्य जगहों पर व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। इसके बाद शुक्रवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।
उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ महापर्व का समापन हो जाएगा। चैती छठ को लेकर राजधानी पटना में सभी प्रशासनिक तैयारियां चुस्त दुरुस्त हैं। ज्यादातर लोग कोरोना महामारी के बाद घरों में ही छठ पूजा करते रहे हैं लेकिन इस बार व्रती गंगा घाट पर पूजा करने के लिए ज्यादा संख्या में पहुंचे हैं।
चैती छठ के लिए राजधानी पटना के घाट सजे-धजे नजर आये। गंगा घाट और रास्ते की खास सजावट की गई है। घाटों पर चेंजिंग रूम बनाए गए हैं। अर्घ्य के लिए सुरक्षित 24 घाटों पर सुरक्षा बल मौजूद रहें। नाव से भी गश्ती की जा रही थी। प्रशासन ने खतरनाक घाटों पर अर्घ्य देने से मना किया है। पटना में कई घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है।
पटना के अलावा उलार सूर्य मंदिर, पुण्यार्क सूर्य मंदिर, पंडारक में भी खास इंतजाम किया गया है। जिला प्रशासन की तरफ से गंगा घाटों पर सौ से अधिक मजिस्ट्रेट और पांच सौ पुलिस बल की तैनाती की गई है। लगभग दो लाख लोगों के अर्घ्य देने की संभावना है। इसीलिए सभी घाटों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है। खतरनाक घाटों की बैरिकेडिंग की गई है।