शिवसेना विधायक दल नेता के रूप में मान्यता भी मिली
मुंबई : सोमवार को विधानसभा में बहुमत परीक्षण में मुख्यमंत्री एकनाथ शिन्दे ने बहुमत साबित कर दिखाया। उनके समर्थन में 164 वोट पड़े जबकि महा विकास अघाड़ी के 99 विधायकों ने विश्वास मत का विरोध किया। उद्धव ठाकरे गुट के एक और विधायक संजय बाँगर ने शिन्दे के समर्थन में वोट डाला। कांग्रेस नेता व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण समेत महा विकास अघाड़ी के 8 विधायक देरी से पहुँचने के कारण वोटिंग नहीं कर पाये।
इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने रविवार की रात मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शिवसेना विधायक दल नेता के रूप में मान्यता प्रदान कर दी। इससे पहले 22 जून को तत्कालीन मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने अजय चौधरी को विधायक दल का बनाने की घोषणा की थी। शिंदे को शिवसेना विधायक दल का नेता घोषित किए जाने से उद्धव ठाकरे को तगड़ा झटका लगा है।
उद्धव के करीबी और शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने सोमवार की सुबह कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के इस निर्णय को कोर्ट में चुनौती दी जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय से रविवार की देर रात जारी पत्र में एकनाथ शिंदे को शिवसेना के विधायक दल के नेता के रूप में बहाल किए जाने के साथ ठाकरे गुट के सुनील प्रभु को हटाकर, शिंदे खेमे के भरत गोगावाले को शिवसेना का मुख्य सचेतक नियुक्त किए जाने की जानकारी दी गई।