मंत्री अखिल गिरी से मुख्यमंत्री नाराज, कैबिनेट बैठक में मांग सकती हैं स्पष्टीकरण

कोलकाता : वन विभाग के अधिकारी के साथ मंत्री अखिल गिरी के आपत्तिजनक वार्ताव को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी नाराज हैं। सीएम के बेहद करीबी एक सूत्र ने रविवार को इस बारे में जानकारी दी। पता चला है कि पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ और अब वन विभाग की एक महिला अधिकारी के खिलाफ आपत्तिजनक व्यवहार की वजह से अखिल गिरी पर गाज गिर सकती है।

तृणमूल कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने बताया है कि सोमवार को राज्य मंत्रिमंडल की एक महत्वपूर्ण बैठक निर्धारित है। इसमें मुख्यमंत्री गिरि से इस मामले पर स्पष्टीकरण मांग सकती हैं। बैठक से पहले, सूत्रों ने कहा कि पश्चिम बंगाल वन विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बीरबाहा हांसदा इस मामले पर मुख्यमंत्री को एक रिपोर्ट सौंपने वाली हैं।

इस बीच, राज्य बीजेपी नेता और कलकत्ता उच्च न्यायालय के वकील कौस्तव बागची ने राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस को एक पत्र भेजकर गिरि को मंत्री पद से हटाने की मांग की है। पत्र में बागची ने कहा है कि मंत्री गिरि आदतन अपराधी हैं और उन्होंने पहले भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की शारीरिक बनावट पर अपमानजनक टिप्पणी की थी।

शनिवार को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें मंत्री अखिल गिरि महिला वन विभाग अधिकारी को अपशब्द कहते हुए और धमकाते हुए नजर आए। वीडियो में मंत्री गिरि अधिकारी से कहते हुए सुने गए, “तुम सरकारी कर्मचारी हो, मुझसे बात करते समय सिर झुका कर बोलो। देखो एक हफ्ते के अंदर क्या होता है… अपने तरीके सुधारो। देखना जब लोग तुम्हें लाठियों से मारेंगे तब क्या होता है।”

गिरि ने आरोप लगाया कि महिला अधिकारी के निर्देश पर वन विभाग के कर्मचारियों ने रात के समय दुकानों को तोड़ा, जब तेज बारिश हो रही थी। महिला अधिकारी ने गिरि से पूछा कि कैसे उन्हें अपनी ड्यूटी करने के लिए हटाया जा सकता है, जिस पर गिरि ने पूछा, “तुम्हें किसने रात की ड्यूटी पर भेजा था? दुकानों को रात में क्यों तोड़ा गया?”

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