कोलकाता : बीरभूम नरसंहार को लेकर बंगाल में राजनीतिक सरगर्मी के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बार फिर उत्तर बंगाल दौरे पर जाने वाली हैं।
राज्य प्रशासन के सूत्रों ने शनिवार को बताया कि रविवार यानी 27 मार्च को मुख्यमंत्री पांच दिनों के दौरे पर उत्तर बंगाल जा रही हैं। ऐसे समय में जब पहली बार सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने पहाड़ पर राजनीतिक पैर पसारा है और सिलीगुड़ी नगरपालिका में बोर्ड गठित किया है तब ममता बनर्जी का यह दौरा बेहद खास है। सिलीगुड़ी के उत्तरा ग्राउंड में एक सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शामिल होंगी। शनिवार रात को ही वह दार्जिलिंग पहुंच जाएंगी। रविवार से उनका आधिकारिक कार्यक्रम शुरू होगा। मंगलवार यानि 29 मार्च को दार्जिलिंग चौरस्ता मोड़ पर एक और सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शामिल होंगी। 31 मार्च को दार्जिलिंग से सिलीगुड़ी जाएंगी। वहां प्रशासनिक बैठक के साथ-साथ पार्टी नेताओं और गठबंधन में शामिल पहाड़ की पार्टियों के प्रतिनिधियों के साथ ममता बनर्जी की अहम बैठक होनी है। एक अप्रैल को वह वापस कोलकाता लौटेंगी।
सूत्रों ने बताया है कि उत्तर बंगाल के विकास के लिए वह कई महत्वपूर्ण फैसले ले सकती हैं। मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों ने बताया कि उत्तर बंगाल में लंबे समय से पंचायत चुनाव नहीं हुए हैं क्योंकि पृथक गोरखालैंड की मांग पर हमेशा पहाड़ आंदोलनरत रहता है। अब जबकि वहां तृणमूल कांग्रेस ने राजनीतिक जीत हासिल की है तो मुख्यमंत्री चाहती हैं कि जल्द से जल्द वहां पंचायत चुनाव भी हो। दौरे के दौरान इस बारे में उनकी महत्वपूर्ण बैठकें और चर्चा होंगी।
खास बात यह है कि सिलीगुड़ी नगरपालिका पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा हो गया है लेकिन दार्जिलिंग नगरपालिका में नवगठित पार्टी “हमरो दल” ने बोर्ड गठित किया है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री इस नवगठित पार्टी के सदस्यों से भी मिलकर उनका स्वागत कर सकती हैं। इसके अलावा पहाड़ के प्रशासनिक बोर्ड गोरखा टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) के चुनाव को लेकर भी चर्चा होगी।