कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को सेकेंडरी, हायर सेकेंडरी, सीबीएसई, आईसीएसई, मदरसा सहित विभिन्न बोर्ड की परीक्षा पास करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। बाइपास किनारे स्थित विश्व बांग्ला मेला परिसर में स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। राज्य सरकार की ओर से इस अवसर पर विद्यार्थियों को 13 किताबें, मिठाई, लैपटाप, घड़ी और फूल दिए गए।
हाल ही में सेकेंडरी, हायर सेकेंडरी, आईसीएसई, आईएससी, सीबीएसई, 10वीं और 12वीं, ज्वाइंट एंट्रेंस, आलिम, फाजिल और हाई मदरसा के नतीजे जारी किए गए हैं। इसमें पास होने वाले चुनिंदा छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। इस मौके पर शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु भी मौजूद थे।
समारोह में मुख्यमंत्री ममता ने कहा कि बंगाल के छात्र विश्व का गौरव बनने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सभी विद्यालयों, शिक्षकों, प्रशासकों, अभिभावकों को बधाई दी। उन्होंने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड मोबाइल ऐप और एजुकेशन इकोसिस्टम पोर्टल का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि कई लोग बंगाल को हेय दृष्टि से देखते हैं लेकिन उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि बंगाल के छात्र हर चीज में उज्ज्वल हैं। वे भविष्य में दुनिया की शान बनेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उन लोगों की मदद करेगी जिन्होंने यह कहते हुए पत्र लिखा था कि वे पैसे की कमी के कारण पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने मुख्य सचिव और शिक्षा मंत्री को इस संबंध में त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को लेटर बॉक्स शुरू करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को उच्च शिक्षा के लिए धन की आवश्यकता है, वे अपना आवेदन पत्र उस लेटर बॉक्स में जमा करें। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग से उस अर्जी पर जल्द जवाब देने को कहा है। उन्होंने कहा कि छात्र अब स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के जरिए 10 लाख रुपये प्राप्त कर सकते हैं। राज्य सरकार इसकी गारंटर होगी।
ममता ने नई शिक्षा नीति के विषय पर कहा कि शिक्षा नीति के नये नियमों के अनुसार स्नातक स्तर पर ऑनर्स पाठ्यक्रम में तीन वर्ष की बजाय चार वर्ष की पढ़ाई होगी। हालांकि पास कोर्स में स्नातक होने में तीन साल लगते हैं लेकिन मास्टर डिग्री हासिल करने के लिए दो साल की बजाय एक साल पढ़ाई करनी होगी। नतीजतन, ऑनर्स स्नातक में एक वर्ष की वृद्धि के रूप में कुल समय समान रहता है, लेकिन मास्टर डिग्री में एक वर्ष कम हो जाता है। उन्होंने कहा कि इस नीति को लागू करने का निर्णय लिया गया है ताकि बंगाल अन्य राज्यों से पीछे न रह जाए।
उन्होंने फिर से ग्रीष्मावकाश की अवधि बढ़ाने के फैसले की जानकारी दी। ममता ने कहा कि अत्यधिक गर्मी के कारण राज्य सरकार ने गर्मी की छुट्टी 10 दिन और बढ़ाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए पढ़ाई में कोई दिक्कत नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने छात्रों से कहा कि कभी भी डिप्रेशन का शिकार न हों। डिप्रेशन जीवन का सबसे बड़ा दुश्मन है। हमेशा सोचें कि मैं समाज को दिखा दूंगा कि मैं यह कर सकता हूं। याद रखें, आप हारने के लिए पैदा नहीं हुए हैं, आप इस दुनिया में आए हैं जीतने के लिए।