कोलकाता : पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों की घोषणा तो काफी पहले हो गई थी। नामांकन और स्क्रुटनी की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। लेकिन अभी तक तृणमूल सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव प्रचार नहीं किया है। पार्टी सूत्रों ने शनिवार को बताया है कि सोमवार से मुख्यमंत्री चुनाव प्रचार का आगाज करने जा रही हैं। चुनाव प्रचार की शुरुआत तो वह उत्तर बंगाल के कूचबिहार जिले से करने वाली हैं। 26 जून को उनकी पहली जनसभा होगी।
पार्टी के प्रचार अभियान की अधिक जानकारी को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
चुनाव आठ जुलाई को एक ही चरण में होगा और मतगणना 11 जुलाई को होगी।
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी क्योंकि इसे 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले एक लिटमस टेस्ट के रूप में देखा जाएगा।
चूंकि राज्य में पंचायत चुनावों से पहले और बाद में हिंसा हिंसा की अनगिनत घटनाएं देखने को मिली है और अभी तक नौ लोगों की मौत भी हो चुकी है। राज्य चुनाव आयोग ने गुरुवार को पंचायत चुनावों के दौरान राज्य में केंद्रीय बलों की 800 कंपनियों को तैनात करने की मांग की। हालांकि भाजपा का कहना है कि यह भी अपर्याप्त है।
नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने राज्य के प्रत्येक मतदान केंद्र में चुनाव कराने का काम भी केंद्रीय बलों के जवानों को ही सौंपने की मांग की है।