कोलकाता : पश्चिम बंगाल के समुद्र तटीय क्षेत्रों में चक्रवात के असर से भारी बारिश के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को रेल मार्ग से उत्तर बंगाल दौरे पर पहुँचीं। सोमवार की दोपहर 2:15 बजे वह हावड़ा स्टेशन से शताब्दी एक्सप्रेस के जरिए मालदा के लिए रवाना हुईं और शाम को मालदा पहुँच गयीं। रास्ते में बोलपुर स्टेशन पर ट्रेन जब रुकी तो मुख्यमंत्री से मिलने के लिए बीरभूम जिला तृणमूल के अध्यक्ष अनुब्रत मंडल उनसे मिले। उन्होंने मुख्यमंत्री को चप और मूढ़ी भेंट किया।
पार्टी के सूत्रों ने बताया मुख्यमंत्री का उत्तर बंगाल का यह कार्यक्रम पहले से प्रस्तावित था इसलिए रद्द नहीं किया गया है। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी सीमावर्ती जिलों और उत्तर बंगाल के सभी क्षेत्रों में बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है इसलिए मुख्यमंत्री का यह दौरा बेहद अहम है। 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री लगातार उन क्षेत्रों का दौरा कर रही हैं जहां पार्टी सांगठनिक तौर पर बहुत मजबूत नहीं है अथवा आंतरिक कलह से जूझ रही है।
मिली जानकारी के अनुसार इन क्षेत्रों का दौरा कर मुख्यमंत्री प्रशासनिक बैठक करेंगी और सरकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने की हिदायत देंगी। इसके अलावा पार्टी की सांगठनिक बैठक भी वह करने वाली हैं जिसमें संगठन की मजबूती पर जोर दिया जाएगा।
उनके सफर के बारे में पार्टी की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि सोमवार को मुख्यमंत्री मालदा में रात्रि विश्राम करने के बाद मंगलवार की सुबह सड़क मार्ग से उत्तर दिनाजपुर के करणदिघी में जाएंगी। वहां उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करेंगी। उसके बाद फिर रात तक मालदा वापस लौट आएंगी। बुधवार की सुबह मुख्यमंत्री यहां जिला प्रशासन के साथ बैठक करेंगी। उसके बाद सड़क मार्ग से मुर्शिदाबाद चली जाएंगी जहां शाम के समय प्रशासनिक बैठक करने वाली हैं। उसके बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री का काफिला मुर्शिदाबाद से नदिया जिले के प्रशासनिक मुख्यालय कृष्णानगर पहुंचेगा। यहां भी ममता प्रशासनिक बैठक करेंगी।