- राज्यपाल ने कहा : कानून का नहीं, शासक का है शासन
कोलकाता : पश्चिम बंगाल राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को नेताई जाने से रोकने के मामले में राज्य सरकार द्वारा तलब रिपोर्ट का जवाब अभी तक राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक ने सशरीर उपस्थित होकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ को नहीं दिया है। तीन दिनों के अंदर राज्यपाल ने उन्हें बुधवार को दूसरी बार सुबह 11 बजे तक आने के लिए कहा था लेकिन दोनों नहीं पहुंचे।
इस पर ट्वीट करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह मानक प्रक्रिया का उल्लंघन है और लगातार दूसरी बार बुलाए जाने के बावजूद राज्यपाल के अधिकारों की अवहेलना की जा रही है। यह एक्शन लेने वाली गतिविधि है। पश्चिम बंगाल में कानून का नहीं, शासक का शासन चल रहा है।
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उल्लेखनीय है कि राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी नेताई में शहीदों को श्रद्धांजलि देने जा रहे थे लेकिन उन्हें पुलिस ने यह कहते हुए रोक दिया कि जाने की अनुमति नहीं है। हालांकि नेता प्रतिपक्ष का यह अधिकार होता है कि राज्य के किसी भी हिस्से में अगर धारा 144 नहीं लगी हो तो जा सकता है। इसे लेकर राज्यपाल ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से जवाब मांगा है।