कोलकाता : पश्चिम बंगाल में केंद्रीय एजेंसियों के समानांतर कोयला तस्करी की जांच कर रहे राज्य सीआईडी ने आसनसोल के पूर्व मेयर और भारतीय जनता पार्टी के नेता जितेंद्र तिवारी को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है। सीआईडी ने तिवारी को शुक्रवार को भवानी भवन में बुलाया है। तिवारी ने सीआईडी पर राजनीतिक दुराग्रह के तहत नोटिस भेजने का आरोप लगाया है। तिवारी ने कहा है कि राज्य सीआईडी किसी तरह की कोई जांच नहीं करता बल्कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के राजनीतिक लक्ष्य को पूरा करने के लिए पुतले की तरह काम कर रहा है।
सीआईडी के सूत्रों के मुताबिक आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के अंडाल थाने के एक पुराने मामले में जितेन्द्र को गवाह के तौर पर तलब किया गया है। आसनसोल के भाजपा नेता ने नोटिस मिलने की बात स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी का नोटिस मिला है। मैं इस बारे में क्या कहूं? मैं कानून का पालन करता हूं। अगर आप हमसे गवाह के तौर पर कुछ जानना चाहते हैं तो हम आपको जरूर बताएंगे। जितेन्द्र ने यह भी कहा कि उन्हें वर्ष 2020 में अंडाल थाने के एक मामले में गवाह के तौर पर नोटिस दिया गया है। यहां तक कि इस राज्य का एक चतुर्थ श्रेणी का छात्र भी जानता है कि राजनीतिक दुराग्रह में मुझे नोटिस दिया गया है। जहां सीबीआई पहले से ही कोर्ट की निगरानी में जांच कर रही थी, तभी अचानक सीआईडी को लगा कि हमें भी जांच करनी चाहिए और भाजपा से जुड़े लोगों को नोटिस भेजा जाने लगा। हर कोई समझता है कि क्या हो रहा है?