कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पोइला बोइशाख (बंगाली नव वर्ष) को पश्चिम बंगाल दिवस के रूप मैं स्वीकार करने के लिए चर्चा करने हेतु आगामी 29 अगस्त को सर्व दलीय बैठक बुलाई है।बैठक शाम 4.30 बजे राज्य सचिवालय में होगी। राज्य मंत्रिमंडल के एक सदस्य ने इसकी पुष्टि की है। हालांकि, विपक्षी भाजपा ने प्रस्तावित सर्वदलीय बैठक की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि यह राज्य के इतिहास को विकृत करने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास है।
पश्चिम बंगाल में भाजपा के राज्य प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि लोग अंततः उन ताकतों को खारिज कर देंगे जो राज्य के इतिहास को विकृत करने की कोशिश कर रहे हैं। बंगाली नववर्ष का पश्चिम बंगाल दिवस के साथ कोई संबंध नहीं है।
उनकी टिप्पणी स्पष्ट संकेत थी कि पूरी संभावना है कि भाजपा प्रस्तावित सर्वदलीय बैठक में अपने प्रतिनिधियों को भेजने से परहेज करेगी। भाजपा 20 जून को पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस मनाती है।
इस साल राज्यपाल डॉ सी. वी. आनंद बोस ने राजभवन में 20 जून को ही पश्चिम बंगाल दिवस मनाया जिसे लेकर ममता बनर्जी ने तीखी नाराजगी जताई थी। उन्होंने पत्र लिखकर कहा था कि इस दिन का संबंध पश्चिम बंगाल के बंटवारे से है जो बंगाल के लोगों के सीने पर कभी न भरने वाला घाव है। इसे कभी भी पश्चिम बंगाल दिवस के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसके बाद राज्य विधानसभा में एक प्रस्ताव के जरिए इस बात पर सहमति बनाने की कोशिश हुई है कि पोइला बोइशाख को पश्चिम बंगाल दिवस के तौर पर मनाया जाएगा।