हैदराबाद : तेलंगाना के मेडक जिले में शनिवार को गायों के कथित अवैध परिवहन को लेकर दो समुदायों के बीच झड़प के बाद इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। हिंसक झड़प के बीच दो निजी अस्पतालों पर पथराव किया गया। ऐसे में उग्र लोगों को रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। हिंसा में कई लोग घायल हुए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भारतीय युवा मोर्चा और गो संरक्षण समिति के सदस्यों ने शनिवार को देखा कि स्थानीय लोगों का एक समूह बकरीद के अवसर पर शहर के बांग्ला तालाब इलाके में गायों को छिपा रहा था और स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने गायों को अपने कब्जे में ले लिया। इसके अलावा नरसिखेड इलाके में 150 से ज्यादा गायें हैं और उन्हें भी मुक्त कराने के लिए भारतीय जनता युवा मोर्चा और गोरक्षा समिति के सदस्य वहां गए थे। इसी स्थान की पृष्ठभूमि में वहां मौजूद दूसरे गुट ने उन पर हमला कर दिया।
दोनों गुटों ने एक दूसरे पर हमला किया, जिसमें गोरक्षा समिति के सदस्य अरुण को तीन बार चाकू मारा गया। उन्हें तुरंत इलाज के लिए एक निजी अस्पताल ले जाया गया। परिणामस्वरूप, उनमें से एक समूह ने स्थानीय पुलिस स्टेशन के सामने धरना दिया। बाद में उग्र लोगों ने दो निजी अस्पतालों और एक मेडिकल स्टोर पर पथराव किया।
मेडक के रामदास चौराहे और पुराने बस स्टैंड के पास दुकानों में तोड़फोड़ की गई। ऐसे में पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज में युवा मोर्चा के नरसिंगा राव और दो अन्य लोग घायल हो गये। दोनों घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। इसके बावजूद दोनों गुट के लोग शहर में लाठी-डंडे लेकर घूमते रहे। शहर के कोलीगड्डा में एक समूह ने एक घर पर पत्थरों से हमला किया। फिलहार हिंसाग्रस्त इलाकों में बड़े पैमाने पर पुलिस की तैनाती की गई है।
वहीं, भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीनिवास ने रविवार को मेडक शहर बंद रखने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि भाजयुमो, गोसंरक्षण समिति और भाजपा के तत्वावधान में बंद जारी रहेगा। ताजा समाचार मिलने तक बंद संपूर्ण रहा और व्यापारिक प्रतिष्ठान सारे बंद रहे।
गोशामहल विधायक राजसिंह ने मेडक शहर में झड़प में घायल हुए अरुण राजू से मुलाकात की, जिनका मियापुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस मौके पर राजा सिंह ने कहा कि अगर मेडक घटना में पुलिस ने सही समय पर कार्रवाई की होती तो यह स्थिति नहीं होती। राजसिंह ने कहा कि उन्होंने पुलिस को पहले ही पूर्व सूचना दिया था कि उनके हत्यारों के पास मवेशी हैं लेकिन पुलिस उनकी सुरक्षा में घोर लापरवाही बरत रही है। उन्होंने कहा कि गौ रक्षकों ने सीधे जाकर उन्हें बचाने की कोशिश की परंतु उन्हें अरेस्ट कर लिया गया। हालांकि विधायक राजसिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस ने गौरक्षकों के साथ दुर्व्यवहार किया।
राजा सिंह ने पूछा कि अस्पताल के डॉक्टर की कार पर हमला करने वालों पर केस दर्ज हो गया है? राजा सिंह ने आरोप लगाए कि पुलिस हमलावरों के बजाय बीजेपी कार्यकर्ताओं और भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज कर रही है।
विधायक राजा सिंह ने तेलंगाना पुलिस पर भी आरोप लगाए। साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का पालन करने में विफल रहने के लिए पुलिस की आलोचना की। तेलंगाना में कांग्रेस सरकार आने के बाद हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ गए हैं। विधायक राजसिंह ने कहा कि वे बीजेपी कार्यकर्ताओं और मेडक में जीते रघुनंदन राव के साथ खड़े रहेंगे और घायल कार्यकर्ता को उचित न्याय दिलवा के रहेंगे।
इस बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय ने भी तेलंगाना पुलिस से फोन पर बातचीत की और सारी घटना की जानकारी ली। उन्होंने राज्य पुलिस को उचित कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।