कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने वामपंथियों की तुलना केकड़ा से की है। गुरुवार की सुबह न्यूटाउन इको पार्क में मॉर्निंग वॉक के लिए के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वामपंथी केकड़ा की तरह होते हैं, वे अपने बीच से किसी को आगे नहीं बढ़ने देते।
पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य द्वारा पद्म भूषण की वापसी पर उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट केकड़ों की तरह हैं और उन्होंने किसी को आगे नहीं बढ़ने दिया। उन्होंने याद दिलाया कि उनकी पार्टी ने ज्योति बसु को प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया था। उन्होंने कहा कि बुद्धदेव न केवल एक राजनेता बल्कि एक लेखक भी हैं, सोमनाथ बाबू (चटर्जी) को पार्टी से निकाल दिया गया था और उनकी मृत्यु के बाद उनकी बेटी ने पार्टी के नेताओं को घर में प्रवेश नहीं करने दिया था, इसे भुलाया नहीं जा सकता।
गायिका संध्या मुखर्जी के पद्म सम्मान की वापसी के मामले में उन्होंने कहा कि ये लोग विशेष विचारधारा से हैं, इन्हें सम्मान रास नहीं आता।
दिलीप घोष ने कहा कि राज्य में सब कुछ खुला है, इसलिए अब जल्द से जल्द स्कूल खोले जाएं। उन्होंने कहा कि बड़ों के साथ समय बिताने से बच्चों का विकास नहीं हो रहा है, राज्य बच्चों को सीखने के माहौल से वंचित कर रहा है।