नयी दिल्ली : जैसी अपेक्षा थी, उसी के अनुरूप कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे ने शशि थरूर को पराजित कर दिया। जहाँ खड़गे को 7897 वोट मिले, तो वहीं शशि थरूर को मात्र 1072 वोटों से संतोष करना पड़ा। 416 वोट रद्द होने की खबर है। लगभग 24 साल बाद कांग्रेस की कमान गांधी परिवार के बाहर किसी के हाथ में आयी है। ऐसे में खड़गे के सामने चुनौतियों का पहाड़ है।
कांग्रेस का जनाधार लगातार संकुचित होता जा रहा है और संगठन बिखरा-बिखरा सा नजर आ रहा है। कांग्रेस नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसला लगातार जारी है। ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, आरपीएन सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी छोड़ दी। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। गुजरात में भी चुनाव होना है। ऐसे में खड़गे के सामने कांग्रेस के खोए हुए जनाधार को वापस लाने और खुद के साबित करने जैसे बड़ी चुनौती है। साथ ही कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़ने के सिलसिले को रोकने की भी चुनौती है।
सोनिया, राहुल, प्रियंका और थरूर ने दी बधाई
कांग्रेस की निवर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पार्टी का अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई दी है। अध्यक्ष के चुनाव में पराजित हुए शशि थरूर ने भी खड़गे को बधाई देते हुए उन्हें भरपूर सहयोग देने की बात कही है। अपनी भूमिका के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस में अध्यक्ष का पद सबसे बड़ा होता है, खड़गे जो ज़िम्मेवारी देंगे उसे निभाऊँगा।