– मुख्यमंत्री को लेकर व्यक्तिगत टिप्पणी करने का आरोप
कोलकाता : कोलकाता पुलिस की टीम शनिवार को तड़के कांग्रेस नेता कौस्तभ बागची के बैरकपुर स्थित घर पहुंची। बड़तला थाने की टीम सुबह साढ़े आठ बजे तक कौस्तभ के घर पर डटी रही। इस बीच, युवा कांग्रेस नेता ने फेसबुक पर पोस्ट किया, “आखिरकार गिरफ्तार।” बैरकपुर में ओल्ड कलकत्ता रोड पर कौस्तभ का घर है। कौस्तभ के घर पुलिस जाने की बात सुनकर उनके दोस्त भी वहां पहुंच गए। कई सीपीएम-कांग्रेस कार्यकर्ता भी वहां जमा हो गए हैं।
गौरतलब है कि कलकत्ता हाई कोर्ट के वकील कौस्तभ बागची के घर की तलाशी ली गई थी। वकील के पिता ने दावा किया कि कौस्तभ ने हाल ही में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणियों का विरोध किया था। इसलिए पुलिस को ऐसे भेजा गया है। उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि यह बदले की राजनीति की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस बिना किसी विशेष नोटिस के उनके घर पर आ गई।
शनिवार को जब पुलिस कौस्तभ को लेकर बड़तला थाने पहुँची तो प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष व कोलकाता नगर निगम के वार्ड नंबर 45 के काउंसिलर सन्तोष पाठक के नेतृत्व में थाने के बाहर सैकड़ों कांग्रेस कर्मियों ने प्रदर्शन किया।
कौस्तभ ने बताया कि रात करीब तीन बजे उनके घर पर अचानक कॉल बेल बजी। दरवाजा खोलकर उसने देखा कि पुलिस की एक टीम आई हुई थी। खुद एक वकील होने के नाते कौस्तभ यह देखना चाहते थे कि पुलिस के पास गिरफ्तारी वारंट है या नहीं। इसके बाद उनसे पूछताछ की गई। सागरदीघी विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस-सीपीएम गठबंधन के उम्मीदवार बाइरन बिश्वास की जीत पर प्रतिक्रिया के दौरान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने अधीर की बेटी की ख़ुदकुशी और ड्राइवर की हत्या की घटना का ज़िक्र किया था। कौस्तभ ने इस बयान के पलटवार में कहा था कि वे दीपक घोष की पुस्तक वितरित करेंगे जिसमें ममता बनर्जी के जीवन से जुड़ी कई कड़वी बातों का ज़िक्र है।