कोलकाता : तकनीक का हाथ पकड़ कर तेजी से विकसित होती दुनिया के साथ कदमताल करने के लिए राज्य का अग्निशमन विभाग भी अब आग बुझाने में ड्रोन के इस्तेमाल की ओर आगे बढ़ चला है। बुधवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस बात पर सहमति बनी है कि आग बुझाने में ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। अग्निशमन विभाग को ड्रोन खरीदने की अनुमति देने संबंधी प्रस्ताव पर भी सहमति बनी है। कई बार ऐसा होता है कि संकरी गलियों अथवा घनी आबादी वाले क्षेत्रों में आग लगने पर वहां अग्निशमन की गाड़ियों को पहुंचने में काफी असुविधा होती है। ऐसी जगहों पर ड्रोन के जरिए अग्निशमन में काफी मदद मिलेगी। बुधवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इसके अलावा कई नए अग्निशमन केंद्र बनाने और जिन अग्निशमन स्टेशनों की स्थिति बुरी है अथवा वहां इंफ्रास्ट्रक्चर जर्जर हो गए हैं उनके नवीनीकरण पर भी सहमति बनी है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास वाले क्षेत्र कालीघाट में मौजूद प्रख्यात शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर के तर्ज पर ही यहां कालीघाट दमकल केंद्र भी बनाया जाएगा। अग्निशमन विभाग के मंत्री सुजीत बसु ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कालीघाट अग्निशमन केंद्र की डिजाइन दिखाई गई थी, उन्हें पसंद आई है। फिलहाल राज्य वित्त विभाग ने दो अग्निशमन केंद्रों के पुनर्निर्माण के लिए वित्तीय आवंटन भी कर दिया है। इसके अलावा ड्रोन खरीदने के लिए एक्सपर्ट्स की भी राय ली जा रही है।
बसु ने यह भी बताया कि चार नए अग्निशमन केंद्र बनाए जाएंगे। इनमें से एक अग्निशमन केंद्र उनके विधानसभा क्षेत्र लेकटाउन में होगा जबकि बाकी के तीन मुर्शिदाबाद के जंगीपुर, बीरभूम के दुबराजपुर और उत्तर 24 परगना के देगंगा में बनेंगे। कालीघाट अग्निशमन केंद्र और टालीगंज केंद्र जर्जर अवस्था में हैं, इन्हें नए सिरे से बनाया जाएगा।