कोलकाता : पिछले दो दिनों से जारी लगातार बारिश की वजह से पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता सहित दक्षिण बंगाल के विस्तृत इलाके में जनजीवन बड़े पैमाने पर प्रभावित हुआ है। राज्य के अधिकतर क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जिलों के अधिकारियों को चौबीसों घंटे स्थिति पर नजर रखने और आवश्यक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। कई जिलों में राहत अभियान शुरू हुए हैं। हालांकि लगातार बारिश की वजह से हालात और अधिक बिगड़ने की आशंका है। दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी जलभराव है। कई जगहों पर सड़कें और कृषि भूमि पानी में डूब गई हैं।
दक्षिण कोलकाता में दमदम, रजारहाट और चिनार पार्क जैसे इलाकों में सड़कों पर पानी जमा हो गया है। इसकी वजह से यातायात थम गया है और लोग बमुश्किल बाहर निकल पा रहे हैं। बीरभूम के कंकालीतला में शुक्रवार से ही एक फुट पानी भर गया था, जिसके कारण मंदिर का गर्भगृह भी जलमग्न हो गया था। कोपाई नदी का जलस्तर बढ़ने से गोयालपारा पुल को भी बंद करना पड़ा था। शनिवार सुबह से जलस्तर थोड़ा कम होना शुरू हुआ था लेकिन लगातार बारिश की वजह से हालात और बिगड़ गए।
हुगली जिले के पुड़शुड़ा और सोंदपुर क्षेत्र में भारी जलभराव हुआ है, जहां धान और सब्जियों के खेत पानी में डूब गए हैं। अरामबाग-चंपाडांगा मार्ग पर भी पानी भर गया है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ है।
दक्षिण 24 परगना जिले के बारुईपुर में नगर निगम के कर्मचारी जल निकासी के प्रयास में लगे हुए हैं, फिर भी क्षेत्र में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। बारिश के कारण मास्टरपाड़ा क्षेत्र में एक फुट पानी जमा हो गया है। मालदा और जलपाईगुड़ी में शनिवार सुबह से ही बारिश हो रही है। जलपाईगुड़ी में तिस्ता नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण यलो अलर्ट जारी किया गया है। कोचबिहार में भी शनिवार सुबह से हल्की बारिश हो रही है।
क्या है मौसम विभाग की भविष्यवाणी
अलीपुर मौसम विभाग के अनुसार, रविवार से दक्षिण बंगाल में बारिश की मात्रा कुछ कम हो सकती है, लेकिन उत्तर बंगाल के जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। आम जनता को सावधान रहने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने जलभराव वाले क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया है।
पश्चिम बंगाल सरकार ने सात जिलों- पश्चिम बर्दवान, बांकुरा, बीरभूम, पूर्व बर्दवान, पश्चिम मेदिनीपुर, हुगली और हावड़ा में बाढ़ की चेतावनी जारी की है। इन जिलों के अधिकारियों को निचले इलाकों की पहचान करने और संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीपुरद्वार जिलों में भी भारी बारिश हो रही है, जिसके कारण कई स्थानों पर भूस्खलन और सड़कें बंद हो गई हैं। इस क्षेत्र में यातायात को नियंत्रित करने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग किया जा रहा है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
सरकार ने राहत सामग्री और आवश्यक वस्तुओं का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं और निचले इलाकों में पानी का स्तर बढ़ने पर अतिरिक्त कदम उठाए जा रहे हैं।