कोलकाता : शनिवार और रविवार को सीपीआई (एम) पोलित ब्यूरो की दो दिवसीय बैठक होने वाली है। इसमें इस बात पर फैसला हो सकता है कि पार्टी विपक्षी आईएनडीआई समन्वय समिति में प्रतिनिधि भेजेगी या नहीं।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि पोलित ब्यूरो इस मामले में बहुत सतर्क रुख अपनाना चाहता है क्योंकि गठबंधन में भागीदारी को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में पहले से ही काफी बहस चल रही है। शीर्ष सीपीआई (एम) नेताओं के मंच साझा करने या सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के साथ एक ही फ्रेम में देखे जाने के मुद्दे पर मुख्य रूप से पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई में विवाद चल रहा है।
पश्चिम बंगाल से केंद्रीय समिति के एक सदस्य ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया, “आमतौर पर, पोलित ब्यूरो किसी भी मुद्दे पर निर्णय लेता है, उसे लागू करता है और बाद में मामले में केंद्रीय समिति की सहमति लेता है। लेकिन आईएनडीआई समन्वय समिति के लिए प्रतिनिधि का नाम भेजने के मामले में इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि इस संबंध में कोई भी पहल केंद्रीय समिति की सहमति के बाद ही की जाएगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि इंडिया फ्रंट की बैठकों में पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ मंच साझा करने को लेकर पश्चिम बंगाल के कॉमरेड असमंजस की स्थिति में हैं।