कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राजकीय अस्पतालों में लापरवाही की घटनाएं अमूमन सुर्खियों में रहती हैं। अब कोलकाता के राजकीय एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से एक शव के लापता होने का मामला सामने आया है। यहां शवगृह में रखा गया एक व्यक्ति का शव लापता हो गया है।
खास बात यह कि वह व्यक्ति मरने से पहले अदालत द्वारा दोषी साबित किया गया था और उसे सजा होनी थी। व्यक्ति की पहचान बबलू पोली के रूप में हुई है। आरोप लगा था कि पुलिस ने उसे पीट-पीट कर मौत के घाट उतारा है। इसलिए अस्पताल से शव गायब होने के पीछे भी साजिश का दावा किया जा रहा है।
परिवार ने दावा किया है कि पहले उसे हिरासत में पीट-पीटकर मार डाला गया और उसके अंगों को बेच दिया गया।
कोलकाता पुलिस ने दावा किया है कि किसी ने गलती से शव पर दावा कर अंतिम संस्कार कर दिया। अस्पताल के अधिकारियों ने अभी तक मामले में कोई टिप्पणी नहीं की है। पोली अपने मकान मालिक की हत्या के आरोप में जेल की सजा काट रहा था।
उनके परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि 21 अक्टूबर को उन्हें पुलिस ने सूचित किया कि पोली की हिरासत में मौत हो गई और उनके शव को एसएसकेएम अस्पताल के मुर्दाघर में स्थानांतरित कर दिया गया है। हालांकि जब वे अस्पताल गए तो उन्हें शव नहीं मिला और अस्पताल के अधिकारियों ने भी कोई जानकारी नहीं दी। पुलिस ने गुरुवार को परिवार को सूचित किया कि पोली का शव गलती से किसी को सौंप दिया गया है।