कोलकाता : अमरनाथ त्रासदी में मारी गई पश्चिम बंगाल की वर्षा मोहरी का कॉफिन बंद शव सोमवार को तड़के उनके घर पहुंचा। इस त्रासदी में उनकी मौत की खबर मिलने के बाद से ही पूरे इलाके में शोक की लहर है।
उत्तर 24 परगना जिला प्रशासन ने बताया है कि रविवार की रात 1:30 बजे इंडिगो की फ्लाइट दिल्ली से कॉफिन बंद शव लेकर कोलकाता हवाई अड्डे पर पहुंची थी। वहां सारी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद पुलिस की देखरेख में बर्षा मोहरी का शव उत्तर 24 परगना के बारुइपुर चक्रवर्ती पाड़ा स्थित उनके घर के लिए रवाना किया गया। वर्षा के साथ उनकी माँ निवेदिता मोहरी भी गई थीं जो घायल हैं। वह भी शव के साथ ही स्ट्रेचर पर बैठकर आई हैं। हादसे में वर्षा के मामा सुब्रत चौधरी भी घायल हैं वह भी लौट आए हैं।
पुलिस ने बताया है कि रात करीब तीन बजे हवाई अड्डे से शव वाही वाहन को बारुइपुर के लिए रवाना किया गया जो सुबह 4 बजे के करीब वर्षा के घर पहुंच गया था। इसके बाद यहां परिजनों का रोना-बिलखना शुरू हो गया। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे।
उल्लेखनीय है कि अमरनाथ में बादल फटने की वजह से दो दर्जन से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। उसमें पश्चिम बंगाल की वर्षा भी शामिल थीं।