कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और सांसद दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर टिप्पणी की है। घोष ने ममता बनर्जी की पारिवारिक पृष्ठभूमि का मजाक उड़ाया है। इस पर मंगलवार को विवाद खड़ा हो गया। इस पर तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि दिलीप घोष की यह टिप्पणी भाजपा के डीएनए को दर्शाती है।
तृणमूल ने घोष की आलोचना करते हुए माफी की मांग की है। भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष को तृणमूल के चुनावी नारे ”बांग्ला निजेर मेयेके चाई” (बंगाल अपनी बेटी चाहता है) का मजाक उड़ाते हुए देखा जा सकता है। घोष इस बार बर्दवान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
दिलीप घोष ने कहा कि जब वह गोवा जाती हैं तो कहती हैं कि वह गोवा की बेटी हैं। त्रिपुरा में वह कहती हैं कि वह त्रिपुरा की बेटी हैं। पहले, उन्हें स्पष्ट करने दीजिए। मेदिनीपुर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद घोष तृणमूल के 2021 चुनाव नारे ”बांग्ला निजेर मेये के चाई” का जिक्र कर रहे थे। भाजपा नेता की इस टिप्पणी को लेकर तृणमूल उनके खिलाफ निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाने की योजना बना रही है।
पश्चिम बंगाल की महिला एवं बाल विकास मंत्री शशि पांजा ने घोष से माफी की मांग की और कहा, ‘‘उन्हें तुरंत माफी मांगनी चाहिए। यह टिप्पणियां भाजपा खेमे के डीएनए को दर्शाती हैं, जिससे भाजपा की स्त्रीद्वेषी मानसिकता की बू आती है। निर्वाचन आयोग को इसका संज्ञान लेना चाहिए।’’
तृणमूल कांग्रेस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दिलीप घोष राजनीतिक नेतृत्व के नाम पर कलंक हैं! मां दुर्गा की वंशावली को चुनौती देने से लेकर अब ममता बनर्जी की वंशावली पर सवाल उठाने तक। वह नैतिक दिवालियापन की सबसे गंदी गहराइयों में डूब गए हैं। एक बात बिल्कुल स्पष्ट है : घोष के मन में बंगाल की महिलाओं के लिए कोई सम्मान नहीं है, चाहे वह हिंदू धर्म की प्रतिष्ठित देवी हों या भारत की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री।”
चुनाव आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट मांगी है।