कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष ने बुधवार को नियुक्ति भ्रष्टाचार को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। न्यूटाउन के इको पार्क में मॉर्निंग वॉक करने पहुंचे दिलीप घोष ने कहा कि राज्य के प्रत्येक कॉलेज से शिक्षक नियुक्ति के नाम पर वसूली होती थी जो सरकार में शामिल शीर्ष लोगों के जेब में जाती थी।
दरअसल एक दिन पहले विभास अधिकारी के घर ईडी ने छापेमारी की थी। उसने दावा किया था कि सारे रुपये प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष मानिक भट्टाचार्य के घर पहुंचाए जाते थे। इससे अलावा उसने यह भी दावा किया था कि वह भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय का करीबी है इसलिए उसे फंसाया जा रहा है। इस संबंध में दिलीप घोष ने कहा कि एजेंटों के माध्यम से सभी कॉलेजों से रुपये की वसूली होती थी। यह कई सालों तक चला है। आज सीबीआई और न्यायालय है तो एक के बाद एक राज खुल रहे हैं, नहीं तो लोगों को पता ही नहीं चलता। अब देखा जाए कि कितनी दूर तक भ्रष्टाचार का जाल फैला है।
कैलाश विजयवर्गीय से विभास अधिकारी के करीबी संबंधों के बारे में टिप्पणी करते हुए घोष ने कहा कि मीडिया को जाकर देखना चाहिए कि विभास अधिकारी का आश्रम कहां है और वहां किस तरह का काम होता है। यह भी जांच का विषय है।