– हिमाचल में चिकित्सा पर्यटन की अपार संभावनाएं
– एम्स बिलासपुर को ‘ग्रीन हॉस्पिटल’ के रूप में जाना जाएगा
– पिछली सरकारें शिलान्यास करती थीं और चुनाव बाद परियोजनाओं को भूल जाती थीं
बिलासपुर/नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्ववर्ती सरकारों पर हिमाचल प्रदेश के विकास में बाधक बनने का आरोप लगाया और कहा कि केंद्र और राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार ने राज्य को विकास के नए आयाम पर पहुंचा दिया है।
प्रधानमंत्री बुधवार को हिमाचल प्रदेश में 3,650 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद बिलासपुर के लुहनू मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने देशवासियों को विजयादशमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ये पावन पर्व हर बुराई से पार पाते हुए, अमृत काल में जिन ‘पंच प्राणों’ का संकल्प देश ने लिया है, उन पर चलने के लिए नई ऊर्जा देगा। उन्होंने कहा कि आज बिलासपुर को शिक्षा और चिकित्सा सुविधाओं का दोहरा उपहार मिला है। हिमाचल से अपने जुड़ाव को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल की इस भूमि पर काम करते हुए मुझे निरंतर हिमाचल की विकास यात्रा का सहयात्री बनने का अवसर मिला है। मोदी ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि विजयादशमी पर हिमाचल प्रदेश के लोगों को स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और इंफ्रास्ट्रक्चर के हजारों करोड़ रुपये के प्रोजक्ट का उपहार देने का अवसर मिला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने लंबे समय तक विकृत सोच को देखा है। उन्होंने कहा कि ऐसी सोच वालों का मानना था कि अच्छी सड़कें, शिक्षा और स्वास्थ्य सहित तमाम बेहतर सुविधाएं केवल दिल्ली और कुछ चुनिंदा स्थानों तक ही सीमित रखने की थी। उन्होंने कहा कि पहाड़ी प्रदेशों की अनदेखी होती रही और इससे देश में अंसतुलन पैदा हुआ।
मोदी ने कहा कि पिछली सरकारें शिलान्यास करती थीं और चुनाव के बाद परियोजनाओं को पूरा करना भूल जाती थीं लेकिन हमारी सरकार शिलान्यास करती है और परियोजनाओं का उद्घाटन भी करती है। उन्होंने कहा कि पिछले आठ सालों में देश पुरानी सोच को छोड़कर आगे बढ़ रहा है। पिछले 8 वर्षों में, हमने यह सुनिश्चित करने के लिए काम किया है कि विकास का लाभ देश के सुदूर हिस्सों तक पहुंचे। एम्स बिलासपुर न केवल हिमाचल में सस्ती स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच बढ़ाएगा बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है और इसे ‘ग्रीन एम्स’ के रूप में जाना जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल में विकास संभव है क्योंकि लोगों ने केंद्र और राज्य दोनों में भाजपा को वोट दिया है। उन्होंने कहा कि 2014 में हिमाचल में केवल 3 मेडिकल कॉलेज थे, पिछले आठ वर्षों में 8 और मेडिकल कॉलेज और एम्स स्थापित किए गए हैं। आज हिमाचल में केंद्रीय विश्वविद्यालय, आईआईटी, आईआईआईटी और आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित संस्थान भी हैं। देश में मेडिकल शिक्षा और स्वास्थ्य का सबसे बड़ा संस्थान, एम्स भी अब बिलासपुर की शान बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि जो हिमाचल पूरे देश में राष्ट्र रक्षा के वीरों के लिए जाना जाता है, वही हिमाचल अब इस एम्स के बाद, जीवन रक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है।
मोदी ने कहा कि हिमाचल में विकसित किया जा रहा बल्क ड्रग्स पार्क भारत में सस्ती दवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि बल्क ड्रग्स पार्क्स के लिए देश के जिन तीन राज्यों का चयन हुआ है, उनमें से एक हिमाचल है। मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए जिन 4 राज्यों को चुना गया है, उनमें से भी एक हिमाचल है। नालागढ़ में मेडिकल डिवाइस पार्क का शिलान्यास इसी का हिस्सा है।
प्रधानमंत्री ने हिमाचल में चिकित्सा पर्यटन की अपार संभावनाएं बताते हुए कहा कि हिमाचल का एक पक्ष और है, जिसमें यहां विकास की अनंत संभावनाएं छिपी हुई हैं। ये पक्ष है मेडिकल टूरिज्म का। यहां की आबो-हवा, यहां का वातावरण, यहां की जड़ी-बूटियां अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयुक्त हैं। उन्होंने कहा कि जब दुनिया भर से लोग भारत आते हैं, तो उन्हें विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं और सुंदर और स्वस्थ वातावरण के साथ समग्र चिकित्सा के लिए हिमाचल आना चाहिए।
मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार का प्रयास है कि गरीब और मध्यम वर्ग का इलाज पर खर्ज भी कम हो, इलाज भी बेहतर मिले और इसके लिए दूर ना जाना पड़े। उन्होंने कहा कि महिलाओं का सुख, सुविधा, सम्मान, सुरक्षा और स्वास्थ्य डबल इंजन सरकार की बहुत बड़ी प्राथमिकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल अवसरों का प्रदेश है। यहां बिजली पैदा होती है, फल-सब्जी के लिए उपजाऊ जमीन है और रोजगार के अनंत अवसर देने वाला पर्यटन यहां पर है।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने यहां 1,470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का लोकार्पण किया। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग-105 पर पिंजौर से नालागढ़ तक करीब 31 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग को चार लेन का बनाने की परियोजना की आधारशिला रखी, जिसकी लागत करीब 1690 करोड़ रुपये है। प्रधानमंत्री ने नालागढ़ में करीब 350 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले मेडिकल डिवाइस पार्क की आधारशिला रखी। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने बंदला में गवर्नमेंट हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का भी उद्घाटन किया। इस पर लगभग 140 करोड़ रुपये का व्यय होगा।